प्रकृति के बिना मानव जीवन का आस्तित्व संभव नहीं: प्राचार्य डाॅ. हाशिम सईद
कोरबा, 05 जून I विश्व पर्यावरण दिवस के उत्सव ‘‘वनमहोत्सव‘‘ 5 जून को माडर्न काॅलेज आॅफ मैनेजमेंट एण्ड इन्फोरमेंशन टेक्नोलाॅजी, कोरबा महाविद्यालय में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इसका उद्देश्य लोगो को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक और सचेत करना। पर्यावरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. हाशिम सईद ने कहा कि प्रकृति के बिना मानव जीवन का आस्तित्व संभव नहीं है। विश्व में लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है, बढ़ते प्रदूषण के कारण प्रकृति पर खतरा बढ़ रहा है। इससे बचने के लिए वायुमंडल में कार्बन की मात्रा को कम करना होगा और प्राकृतिक संसाधनो जैसे-सौर उर्जा, पवन उर्जा एवं जल उर्जा का उपयोग अधिक से अधिक करना होगा।
महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापिका आंचल मिश्रा ने कहा कि पर्यावरण के मुख्य घटक-वायुमंडल, जीवमंडल, स्थलमंडल एवं जलमंडल है। इसके प्रदूषित होने से रोकने के उद्देश्य से पर्यावरण दिवस मनाने की शुरूआत हुई, ताकि लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक कर प्रकृति को प्रदूषित होने से बचाया जा सके। महाविद्यालय में पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम में पर्यावरण से सम्बन्धित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसका उद्देश्य पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति जागरूक और सचेत करना है। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के विजेताओं को कार्यक्रम के अन्त में प्राचार्य द्वारा पुरस्कार प्रदान किया गया।
महाविद्यालय के प्राध्यापिका श्रीमती शुचिस्मिता मुखर्जी ने सभी विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों को प्रेरित करते हुए कहा कि पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए हमें अधिक मात्रा में पेड-पौधों को लगाना एवं उनकी सेवा करनी चाहिए, जिससे पर्यावरण में बढ़ते प्रदूषण को कम कर पृथ्वी के बढ़ते तापमान को कम कर सके। इस वर्ष देश के कई भागों में मई-जून माह मंे भीषण गर्मी से तापमान 45 डिग्री सेल्सीयस से भी अधिक रही।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में धन्नजय प्रसाद, जी.एस.सोनी, गजेन्द्र प्रसाद, नीरज गांगुली, कुलसुम बेगम, मंजु मानिकपुरी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
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