मृतकगण, कृपया मरने से दो दिन पहले परिजनों, शुभ चिन्तकों को करें सूचित : कलेक्टर का आदेश

कोरबा 12 मई (वेदांत समाचार) कृपया मरने से दो दिन पहले अपने परिजनों. शुभ चिन्तकों को सूचित करें कि आप अमुक तिथि को मर रहे हैं, ताकि आपकी अन्त्येष्टि में शामिल होने के लिए वे समय रहते अपना कोरोना टेस्ट करा लें। क्योंकि कोरोना टेस्ट की दो दिन पूर्व रिपोर्ट पेश करने पर ही कोई व्यक्ति अपने प्रियजन के अंतिम संस्कार में शामिल हो पाएगा।

आप मानें या नहीं, पर यह सच है कि कोरबा कलेक्टर के आदेश के मुताबिक किसी शादी या अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए आपको दो दिन पहले कोरोना टेस्ट रिपोर्ट दिखाना होगा और अनुमति लेना होगा। इसके बाद ही आप किसी वैवाहिक कार्यक्रम अथवा अपने परिजन, स्वजन, प्रिय व्यक्ति के अंतिम संस्कार में उपस्थित हो सकेंगे।

कोरोना महामारी के इस दौर में संक्रमण (corona infection test report) की रोकथाम के लिए कई तरह के उपाय किये जा रहे हैं। लॉक डाउन करने सहित ऐसे आयोजनों पर भी बंदिश लगाई जा रही है जिनमें बड़ी संख्या में जनसमूह जुटता है। वैवाहिक कार्यक्रम और अंतिम संस्कार में भी लोगों का समूह एकत्र होता है। ऐसे अवसरों पर संक्रमण फैलने की सबसे अधिक संभावना होती है।

ऐसे अनेक उदाहरण भी सामने आ चुके हैं, जब किसी शादी अथवा अंतिम क्रिया में एकत्र जन समूह न केवल स्वयं संक्रमण का शिकार हुआ बल्कि ऐसे समूह के जरिये सामुदायिक संक्रमण भी फैला। लिहाजा ऐसे अवसरों पर जन संख्या पर नियंत्रण लाजिमी है।

इसी वजह से कोरबा कलेक्टर (corona infection test report) ने एक आदेश जारी किया है, जिसमें विवाह अथवा अंतिम संस्कार में केवल दस-दस लोगों को शामिल होने की व्यवस्था दी गई है। साथ ही यह निर्देश दिया गया है कि इन कार्यक्रमों में हिस्सा लेने वाले लोगों को दो दिन पूर्व सक्षम अधिकारी के सम्मुख निगेटिव कोरोना टेस्ट रिपोर्ट प्रस्तुत कर आवश्यक अनुमति लेना होगा। जो व्यक्ति ऐसी रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं कर सकेगा, वह किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकेगा।

लोग इस आदेश पर जमकर चटखारे ले रहे हैं। लोगों का कहना है कि वैवाहिक कार्यक्रम तो पूर्व निर्धारित होता है। लिहाजा लोग अनुनय. विनय कर विवाह के लिए दो दिन पूर्व कोरोना निगेटिव की टेस्ट रिपोर्ट हासिल कर लेंगे। लेकिन किसी व्यक्ति की दो दिन बाद मृत्यु हो रही है, यह कैसे पता चलेगा? क्योंकि मृत्यु का समय तो किसी को पहले से पता नहीं होता।

क्या लोग पहले ही मान लें कि अमुक व्यक्ति का दो दिन बाद निधन होगा? या मरने वाले व्यक्ति को अपनी मौत का दो दिन पहले पता चल जाएगा कि उसकी कब मृत्यु हो रही है? ताकि वह अपने परिजनों शुभ चिन्तकों को अपने अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पूर्व से ही तैयारी करने के लिए कह सके और लोग कोरोना टेस्ट करा सकें?