इलेक्ट्रिसिटी रेट में 20 पैसे की बढ़ोतरी मामूली, 400 यूनिट तक बिजली बिल हाफ दे रहे, थोड़ा बढ़ाना स्वाभाविक : CM विष्णुदेव साय

छत्तीसगढ़ में बिजली दरों की बढ़ोतरी पर CM विष्णुदेव साय ने मामूली बताया है। बालोद में उन्होंने कहा कि मात्र 20 पैसे प्रति यूनिट बिजली दर बढ़ा है, जो कि आज के समय में सामान्य है। अगर बिजली का दर नहीं बढ़ाया जाएगा, तो बिजली व्यवस्था दुरुस्त कैसे हो पाएगी।

वहीं इस पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि, बिजली दर में 8 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। प्रदेश की जनता महंगाई से परेशान है और यह फैसला जनता को आर्थिक चोट पहुंचाना और जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा है। CM साय ने कहा कि हमें अधिक से अधिक लोगों तक बिजली पहुंचाना है और व्यवस्था भी दुरुस्त रखना है तो थोड़ा बहुत बढ़ाना स्वाभाविक है। 20 पैसे बढ़ा रहे हैं, लेकिन 400 यूनिट तक बिजली हाफ भी दे रहे हैं। आज के समय में 20 पैसा बहुत ज्यादा नहीं है।

कांग्रेस ने वापस लेने की मांग की

दीपक बैज ने कहा कि, कांग्रेस की सरकार ने विपरीत परिस्थितियों में भी बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए बिजली बिल हाफ योजना शुरू की थी। इसका लाभ प्रदेश के 44 लाख घरेलू उपभोक्ताओं को मिलता था। 5 साल में प्रत्येक उपभोक्ताओं का 40 से 50 हजार रु तक की बचत हुई है। राज्य सरकार को बिजली की बढ़ी हुई दर वापस लेनी चाहिए।

भाजपा सरकार ने रजिस्ट्री में 30% छूट खत्म कर गरीबों के जमीन खरीदने के सपने को कुचला है। व्यापारियों को 50 हजार की समान बेचने पर ई-बिल की अनिवार्यता करके छोटे, मंझोले व्यापारियों को भी परेशान किया है। बिजली के दरों में की गई बढ़ोतरी का नुकसान हर वर्ग को होगा। इससे गृहस्थ जीवन में खर्च बढ़ेंगे।व्यापारी उद्योगपति व्यवसायी को भी आर्थिक नुकसान होगा।

मुख्यमंत्री साय बालोद जिले के दौरे पर थे जहां उन्होंने बिजली दर को लेकर बयान दिया। ग्राम हीरापुर में निषाद समाज के वार्षिक अधिवेशन में वे शामिल हुए थे। यहां उन्होंने कहा कि समाज को शिक्षा से जोड़ना बेहद आवश्यक है। इसके साथ ही नशे से हमारे समाज को दूर रखना है। इसके अलावा भूपेश बघेल के आत्मानंद स्कूलों के नाम बदलने के आरोप पर उन्होंने कहा कि पीएम श्री योजना के रूप में स्कूलों को बेहतर किया जा रहा है। इसके लिए केंद्र से सहायता भी मिल रही है। 2 करोड़ रुपए सर्वांगीण विकास के लिए मिल रहे हैं। हमारे पूरे छत्तीसगढ़ से 300 स्कूलों को चयनित किया गया है। आत्मानंद स्कूलों को भी हम पीएम श्री में शामिल करा रहे हैं, ताकि बेहतर व्यवस्था हो सके।

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