Pune Crash Case: पुणे के कल्याणीनगर में हुए पोर्श सड़क हादसे में बड़ा खुलासा हुआ है। खबर है कि नाबालिग आरोपी का ब्लड सैंपल उसकी मां से ही बदला गया था। हालांकि, पुलिस ने इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है।
सोमवार को ही पुलिस ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ और रक्त के नमूने बदलने के आरोप में ससून जनरल हॉस्पिटल के दो डॉक्टरों और एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया था।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने बताया है कि नाबालिग आरोपी की मां शिवानी अग्रवाल ने अपना ब्लड सैंपल दिया था, जिसे उनके बेटे से बदल दिया गया था। सूत्रों का कहना है कि ब्लड सैंपल डॉक्टर श्रीहरि हलनोर ने लिया था। हलनोर को भी डॉक्टर अजय तावड़े और कर्मचारी अतुल घाटकाम्बले के साथ गिरफ्तार किया गया था। खबरें थीं कि पुलिस ने 3 लाख रुपये भी बरामद किए थे।
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि अग्रवाल टेस्ट के समय अस्पताल में मौजूद थीं और फिलहाल फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। खास बात है कि महाराष्ट्र के महिला एवं बाल विकास ने भी जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के जांच के आदेश के खिलाफ कमेटी गठित की है। 19 मई को हुए हादसे में 24 वर्षीय युवक और युवती की मौत हो गई थी, जिसके बाद आरोपी नाबालिग को निबंध लिखने जैसी शर्तों पर जमानत दे दी गई थी।
सैंपल बदला
हादसे के बाद आरोपी नाबालिग को मेडिकल जांच के लिए ससून जनरल अस्पताल ही लाया गया था। पुलिस का कहना है कि आरोपी का ब्लड सैंपल लेने वाले डॉक्टर हलनोर ने खुलासा किया है कि उसने डॉक्टर तावड़े के निर्देशों पर सैंपल बदल दिए थे। पुलिस का कहना है कि आरोपी के सैंपल को कचरे में फेंक दिया था, जिसके बाद जांच में एल्कोहल नहीं पाई गई थी।
आरोपी नाबालिग के पिता और दादा जेल में
आरोपी नाबालिग के पिता और पुणे शहर के जाने माने बिल्डर विशाल अग्रवाल और दादा सुरेंद्र अग्रवाल 31 मई तक हिरासत में हैं। खबरें हैं कि नाबालिग के ब्लड सैंपल लिए जाने से पहले उसके पिता विशाल ने डॉक्टर तावड़े से कई बार बात की थी। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि संपर्क WhatsApp, फेसटाइम और एक जनरल कॉल के जरिए हुआ था और ऐसे करीब 14 कॉल किए गए थे। कॉल सुबह 8 बजकर 30 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 40 मिनट के बीच किए गए थे और सैंपल सुबह करीब 11 बजे कलेक्ट किया गया था।
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