राजस्थान में गर्मी कहर बरपा रही हैं. हीटवेव के चलते मौत के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं. जैसलमेर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर 50 डिग्री से भी ज्यादा तापमान है. जैसलमेर से लगती भारत-पाकिस्तान सीमा पर तापमान रिकॉर्ड बना रहा है. ऐसे में गर्मी के कारण BSF के दो जवानों की तबीयत बिगड़ गई है. दोनों को तुरंत जवाहर हॉस्पिटल लाया गया. जहां उनकी गंभीर स्थिति देखते हुए उन्हें एडमिट किया गया है.
BSF के इन 2 जवानों में से 1 महिला कॉन्स्टेबल भी शामिल है. हॉस्पिटल में भर्ती BSF के जवान आरती ठाकुर (26) और एस विश्वास (24) ने बताया कि वे ड्यूटी कर रहे थे. सरहद पर तेज लू के थपेड़े चल रहे हैं. हालांकि गर्मी से बचाव के सभी साजो सामान हमारे पास थे, लेकिन भीषण गर्मी से मानों जान ही निकल रही है. ऐसे में तेज बुखार, सरदर्द और चक्कर आदि आने लग गए. जिस पर BSF के अधिकारियों ने उनको तुरंत ड्यूटी से वापस बुलाया और इलाज के लिए हॉस्पिटल भेजा. जहां दोनों भर्ती है और उनका इलाज जारी है.
हॉस्पिटल में नहीं है पुख्ता इंतजाम
जैसलमेर का सबसे बड़े चिकित्सालय जवाहर चिकित्सालय में गर्मी से बचाव के लिए इलाज तो है, लेकिन यहां बिजली पानी की व्यवस्था के अभाव के चलते भर्ती जवानों के साथ ही अन्य लोगों का जीना दूभर हो गया है. BSF की कॉन्स्टेबल आरती ठाकुर ने बताया कि जवाहर हॉस्पिटल में मरीजों के लिए कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है. उन्हें जिस वार्ड में रखा गया है. वहां केवल 1 ही कूलर लगा है. इसके अलावा उनका जहां बेड है वहां पर पंखा तक नहीं है. जब शिकायत करते हैं तब हॉस्पिटल स्टाफ कहता है कि ये सरकारी अस्पताल हैं यहां यही सुविधा मिलेगी. ऐसे में आरती ठाकुर ने इस भीषण गर्मी में अस्पताल में पंखे, कूलर आदि बढ़ाने की भी मांग की है.
हिटस्ट्रोक से अब तक 3 की मौत, 1 जवान भी शामिल
बता दें जैसलमेर में इन दिनों नोतपे का दौर जारी है. शहर से लेकर सरहद तक आग बरसाने वाली गर्मी में अब तक 3 लोगों की जान जा चुकी है. जिसमें से एक BSF का जवान भी शामिल है. ऐसे में सरहद की रखवाली कर रहे जवान भीषण गर्मी और लू में ड्यूटी करते समय हीट स्ट्रोक का शिकार हो रहे हैं. हीटवेव की वजह से राजस्थान में लोगों का जीना मुहाल हो गया है. राजस्थान के कई जिलों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार है. आसमान से बरस रही आग के कारण लोग तेजी से बीमार पड़ रहे हैं.
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