धर्म आधारित आरक्षण से ओबीसी वर्ग के हक पर ममता ने डाला डाका! कांग्रेस और इंडी गठबंधन की खुली पोल – बीजेपी नेता चौलेश्वर चंद्राकर

  • बंगाल में 77 मुस्लिम जातियों का ओबीसी दर्जा समाप्त होने पर बीजेपी के नेता डा. चौलेश्वर चंद्राकर ने स्वागत योग्य कदम बताया हैं
  • ओबीसी के कोटे में डैकती डालकर मुस्लिमों को आरक्षण देकर ममता दीदी ने इंडी गठबंधन के तुष्टिकरण नीति को किया उजागर

जांजगीर, 24 मई । बीजेपी नेता चौलेश्वर चंद्राकर ने बयान जारी कर बताया है कि वोट बैंक की राजनीति करने वाली ममता बनर्जी संविधान पर डाका डालने की काम कर रही है। बंगाल कलकत्ता में 77 मुस्लिम जातियों को ओबीसी का दर्जा देकर एसटी, एससी, ओबीसी वर्गो के खिलाफ है। कलकत्ता हाईकोर्ट ने ममता सरकार की ओर से 2010 के बाद जारी सभी ओबीसी प्रमाण पत्र को रद्द कर दिए है निश्चित ही स्वागत योग्य कदम है। कहा कि गलत तरीका से बनाए गए पांच लाख ओबीसी प्रमाण पत्र अमान्य होने पर हाईकोर्ट के फैसले को न्याय हित ने सही कदम है।

चौलेश्वर चंद्राकर बीजेपी नेता ने कहा है कि हाईकोर्ट ने कहा कि इन जातियों को ओबीसी घोषित करने के लिए वास्तव में धर्म ही एकमात्र मानदंड प्रतीत होता है। न्यायपालिका का मानना है कि मुसलमान की 77 श्रेणियां को पिछड़े के रूप में चुना जाना पूरे मुस्लिम समुदाय का अपमान है। कोर्ट का मन इस संदेह से मुक्त नहीं हैं कि इस समुदाय को राजनीतिक उद्देश्यों के लिए एक वस्तु के रूप में माना गया है। 77 श्रेणियों को ओबीसी में शामिल करने संबंधी श्रृंखला और उनके समावेश से स्पष्ट होता है कि इसे वोट बैंक के रूप में देखा जा रहा है। उत्तर प्रदेश योगी आदित्य नाथ जी एवं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी ने ओबीसी आरक्षण पर स्वागत करते हुए स्पष्ट कहा है कि यह धर्म आधारित वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति करने वालों के गाल पर तमाचा है। इनका वक्तव्य का समर्थन चौलेश्वर चंद्राकर ने किया है। विष्णु देव साय जी ने ये भी कहा है कि कांग्रेस और उसके इंडी गठबंधन सहयोगी लगातर संविधान की हत्या की साजिश कर रहें हैं। हम सभी जानते हैं कि धर्म आधारित आरक्षण का भारतीय संविधान में कोई स्थान नहीं होना चाहिए।

चौलेश्वर चंद्राकर ने कहा है कि संविधान से कोई बड़ा नहीं है बाबा साहेब आंबेडकर ने कहा है दलित आदिवासी पिछड़े समाज को उनके हक नैतिकता के आधार पर मिलना चाहीए इस वर्गो में कोई डाका डाले अब हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। ममता बैनर्जी संविधान के फैसले का विरोध कर रही है। उन्हें तत्काल मुख्यमंत्री पद छोड़ देना चाहिए। यह संविधान विरोधी कृत्य है। समाज और देश को विखंडित करने की प्रयास ममता बनर्जी कर रही। देश को टुकड़े टुकड़े गैंग में शामिल करना चाहती है। देश भर में ममता बनर्जी विरोध का सामना करने तैयार है। दलित ,आदिवासी पिछड़े समाज का अपमान करना बंद करें। तुष्टिकरण की राजनीति बंद करें।

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