बिलासपुर : अवैध होर्डिंग्स ने बढ़ाई चिंता, शहरवासियों के लिए बन रहा खतरा 

बिलासपुर, 14 मई । शहर के लगभग हर बिल्डिंग में विज्ञापन बोर्ड नजर आ जाते है। जो काफी बड़े और भारी भरकम रहते है। वैसे भी गर्मियों के दिनों में अंधड़ और तेज हवाएं अक्सर चलती है, जिसकी वजह से इनके गिरने की प्रबल आशंका रहती है। जो किसी अप्रिय घटना का कारण भी बन सकता है, लेकिन इस ओर निगम प्रबंधन जरा भी ध्यान नहीं दे रहा है। आलम यह है कि निगम के अधिकारियों को कितने वैध और कितने अवैध बोर्ड है, इसकी तक जानकारी नहीं है।

शहर के सभी भवन छोटे-बड़े विज्ञापन बोर्ड से भरा हुआ है। इन विज्ञापन बोर्ड को लगाने के लिए नगर निगम को निर्धारित शुल्क पटाकर अनुमित लेनी होती है। इसके बाद निगम के अधिकारी जगह देखकर और बोर्ड को पूरी मजबूती से लगाया गया है कि नहीं इसका आंकलन करते है। यदि मजबूती नहीं रहती है तो उसे लगाने की अनुमति नहीं दी जाती है।

लेकिन मौजूदा समय में बड़े भवनों में लगे बड़े-बड़े बोर्ड मजबूती से लगा है कि नहीं, इसकी जानकारी निगम तक को नहीं है, क्योंकि ये बोर्ड अवैध है। भवन मालिकों ने निगम से बिना अनुमति लिए विज्ञापन बोर्ड लगा रहे है। पिछले दिनों अचानक मौसम बदलने पर शाम के समय तेज हवा चली थी, इस दौरान कई कमजोर बोर्ड हवा में गिरकर सड़क पर आ गए पर अच्छी बात यह रही कि कोई भी इसके चपेट में नहीं आया।

हालांकि कुछ गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुई। आने वाले दिनों में अंधड़ और तेज हवा चलेगी। यदि उस दौरान इन भारी भरकम विज्ञापन बोर्ड के गिरने से जानमाल की हानि होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। निगम के जिम्मेदार अधिकारी इस पर ध्यान न देकर किसी बड़ी घटना को बुलावा देने का काम कर रहे है।

होर्डिंग के गिरने से हो चुकी है एक व्यक्ति की मौत

बिलासपुर शहर के महाराणा प्रताप चौक के पास करीब छह साल पहले होर्डिंग के गिरने से एक व्यक्ति की दर्दनाक मौत हो चुकी है। इसके वावजूद निगम ने होर्डिंग से लोगों की सुरक्षा बरतने के लिए किसी प्रकार की पहल नही की। अवैध होर्डिंग की वजह से होर्डिंग को मजबूती से लगाए जाने की निगमित रूप से जांच नहीं की जाती है। जिससे शहरवासियों को ऐसे हादसे का शिकार होना पड़ता है।

महानगरों की घटना से नहीं ली जा रही सीख

मुंबई में सोमवार को ही एक होर्डिंग के गिरने की वजह से उसके चपेट में आकार आठ लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही सौकड़ों लोग घायल हो गए थे। इस तरह की बड़े शहर में घटना होने के बाद भी नगर निगम टीम सीख नहीं ले रही है। शायद निगम सुधार करने के लिए किसी बड़ी घटना घटने का इंतजार कर रही है।