राज्य में नए सरकार के गठन के बाद नक्सली बैक फुट पर, गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा बुलेट से विकास संभव नही
कवर्धा-छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ कश्मीर की तर्ज पर टारगेट बेस्ड आपरेशन शुरू कर दिया है। इंटेलिजेंस ब्यूरो के इनपुट के आधार पर नक्सल प्रभावित इलाकों में घुसकर जवान नक्सलियों को टारगेट बना रहे हैं। राज्य में डबल ईंजन वाली विष्णुदेव साय सरकार आने के बाद गृह मंत्री विजय शर्मा के दिशा निर्देश पर नक्सल क्षेत्र में खुफिया तंत्र को मजबूत कर दिया गया है । नक्सलियों की हर गतिविधियों पर सुरक्षा बलों ने पैनी नजर रखी है । गाँव मे सुरक्षा कैम्प खोलकर ग्रामीणों को विश्वास में लिया जा रहा है । छत्तीसगढ़ में कवर्धा जिले को भी नक्सल प्रभावित जिला माना जाता है यहाँ नक्सलियों के भोरमदेव कवर्धा डिवीजन के सक्रियता बताई जाती है ।
स्थानीय विधायक एवं छत्तीसगढ़ सरकार में गृह मंत्री विजय शर्मा का कवर्धा गृह ग्राम है। पुलिस विभाग के साथ व्यापक समीक्षा के बाद विजय शर्मा के विशेष मार्गदर्शन में नक्सलियों को बैक फुट में धकेलने के लिए जिले में भी 6 नये फारवर्ड कैम्प प्रस्तावित किये गए थे जिनमें चार कैम्प स्थापित हो चुके है । कुमान,बेंदा ,मारा डबरा और ख़िलाही कैम्प शामिल है ।
ऐसा माना जाता है नक्सली मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ को जोड़ने वाले कवर्धा जिले के जंगलो का उपयोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए करते है इन 4 नए फारवर्ड कैम्पो की स्थापना इसके मद्देनजर की गई है ताकि नक्सलियों के मूमेंट को जिले के जंगलो में रोका जा सके । ऐसा माना जा रहा है इन कैम्पो के स्थापना से नक्सली गितिविधियो में कमी होगी । इसके साथ ही नक्सली पकडने या मारने में मदद करने के लिए लोगो को जागरूक और पारितोष देकर प्रोत्साहन देने की भी बात कही जा रही है ।
डबल इंजन की सरकार का नतीजा
इस पूरे विषय पर छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा, प्रदेश में डबल इंजन की सरकार आने के बाद से नक्सल मोर्चे पर काफी सकारात्मक चीजें दिख रही हैं। नक्सलियों के मांद में जाकर जवानों के कैंप खोले गए इससे नक्सलियों के हौसले पस्त होंगे । उन्होंने यह भी कहा कभी भी बुलेट के नोक पर विकास संभव नही है । क्षेत्र में विकास के लिए लोकतंत्र ही सशक्त माध्यम है । उन्होंने कहा हम लगातार यह कह भी रहे है नक्सली जब चाहे सरकार बातचीत के लिए तैयार है । उन्हें हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौटना चाहिए ।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी राज्य में सरकार गठन के बाद संकेत दिए है नक्सल मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने की दिशा में हम आगे बढ़ रहे है । हाल ही में बड़ी संख्या में नक्सलियों के मारे जाने के बाद लोगो मे एक उम्मीद जगी है कि जल्द ही छत्तीसगढ़ नक्सल मुक्त होगा ।
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