सिलाई प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिलाओं को प्रमाण पत्र किया गया प्रदान

सुकमा,04 मई I ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं सीआरपीएफ के द्वारा सिलाई प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया था। जिसमें प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं को कलेक्टर हरिस एस के द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।

द्वितीय कमानअधिकारी अनामी शरण बताया कि प्रशिक्षण शिविर का आयोजन दयालबाग शिक्षण संस्थान, डीम्ड विश्वविद्यालय, दयालबाग आगरा के द्वारा गादीरास में सूचना केंद्र सुकमा में कुशल प्रशिक्षकों के नेतृत्व में जुलाई 2023 से सितम्बर 2023 तक 20 छात्राएं व अक्टूबर 2023 से दिसम्बर 2023 तक 37 प्रशिक्षित छात्राओं को उनके द्वारा प्राप्त सिलाई प्रशिक्षण के आधार पर दयालबाग शिक्षण संस्थान, डीम्ड विश्वविद्यालय, दयालबाग आगरा द्वारा जारी 57 प्रमाण पत्र मुख्य अतिथि हरिश एस. जिलाधीश सुकमा के द्वारा छात्राओं को सौपा गया। इसके अतिरिक्त 14 छात्राओं नें जनवरी 24 मार्च 24 तक प्रशिक्षण पूर्ण किया, जिनका प्रमाण पत्र आना है। इस प्रकार कुल 71 छात्राओं ने प्रशिक्षण पूर्ण किया। सुकमा जैसे अत्यन्त संवेदनशील जिले में दयालबाग शिक्षण संस्थान, डीम्ड विश्वविद्यालय, दयालबाग आगरा उत्तर प्रदेश जो कि एक अत्यन्त प्रतिष्ठित विश्वविद्यलाय है।

अनामी शरण ने बताया कि जिला प्रशासन के सहयोग से कौशल विकास के तहत पिछले 09 माह से सिलाई प्रशिक्षण सुकमा के गादीरास सूचना केन्द्र में चलाया गया। साथ ही इन प्रशिक्षुओं द्वारा बनाए गए परिधानों की प्रदर्शनी भी दयालबाग शिक्षण संस्थान, दयालबाग आगरा में विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस पर 31 जनवरी 2024 को लगाई गई। जिसमें गादिरास के 04 छात्रओं ने भाग लिया था। यहाँ के छात्राओं द्वारा बनाए गए परिधानों की प्रदर्शनी भी लगाई गई थी I कलेक्टर हरिश एस. एसपी किरण चव्हाण कमाण्डेन्ट रति कान्त बेहेरा, कमाण्डेन्ट भवेश चौधरी, तहसीलदार गादीरास आदि के द्वारा समय-समय पर दयालबाग शिक्षण संस्थान के गादीरास सूचना केन्द्र का दौरा भी किया गया व कुशल प्रशिक्षण के उन्न्त ढंग की प्रशंसा की।
इस संस्थान द्वारा महिला सशक्ति करण के तहत यहाँ के छात्राओं, महिलाओं को प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाना इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य है। इन छत्राओं, महिलाओं का दो स्वयं सहायता समूह बनाया गया व एक सहकारी समिति बनाने की प्रक्रिया जारी है, ताकि इन्हें स्कूल के बच्चों के परिधान बनाने का सरकारी कार्य दिया जा सके, जिससे ये आय प्राप्त कर अपने और अपने परिवार का आर्थिक उन्नति कर सके। इस कार्य में सीआरपीएफ द्वितीय वाहिनी व जिला प्रशासन व जिला पुलिस प्रशासन सुकमा का उल्लेखनीय योगदान है।

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