जिमी शेरगिल स्टारर रणनीति को अवॉर्ड विनिंग सिनेमैटोग्राफर तनवीर मीर ने किया शूट, शो के कलर पैलेट से लेकर सिनेमैटोग्राफी टेक्निक पर भी की बात…

इन दिनों ओटीटी प्लेटफॉर्म पर कंटेंट की भरमार है। ऐसा भी नही है कि यह कंटेंट पुराना हो, यह सारा नया कंटेट है। हाल ही में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रणनीति नाम का शो रिलीज हुआ है। इस शो का असल नाम ग्रे वॉर्स था। इस शो के माध्यम से मेकर्स ने भारतीय सेना को ट्रिब्यूट दिया है। इस शो तनवीर मीर ने शूट किया है। वह नेशनल अवॉर्ड विनिंग सिनेमैटोग्राफर हैं। उन्होंने शो की शूटिंग और इसके प्लानिंग को लेकर बात की है। साथ ही उन्होंने शो में उपयोग किए गए कलर पैलेट से लेकर सिनेमैटोग्राफी की टेक्नीक पर भी बात की है। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा शो है जो मुझ पर गहराई से प्रभाव डालता है। इस शो में काम करने का ऑफर तब आया जब मैं अपने दूसरे कामों में व्यस्त था। मुझे शो के डायरेक्टर संतोष सिंह ने ऑफर किया था, उन्होंने जिस हिसाब से इस वॉर रूम ड्रामा को सुनाया मैं हैरान रह गया। इससे मेरे अंदर तुरंत इस शो को शूट करने की एक्साइटमेंट जाग उठी। हमारा उद्देश्य एक राष्ट्र के युद्ध कक्ष के भीतर जटिल प्रक्रियाओं, रणनीतिक योजना और परस्पर विरोधी विचारधाराओं का पता लगाना था। इस अवधारणा ने न केवल मुझे रचनात्मक रूप से चुनौती दी, बल्कि एक गहन कथात्मक गहराई भी प्रदान की, जिसे मैं दृश्य रूप से जीवन में लाने के लिए उत्सुक था। स्थान स्काउटिंग एक गहन अनुभव था। इस शो के लिए हमने दिल्ली और पंजाब में विभिन्न स्थानों की खोज की, ऐसी सेटिंग्स की खोज की जो न केवल कहानी में फिट हों बल्कि कहानी कहने में एक प्रामाणिक और आंतरिक परत भी जोड़ें।

तनवीर आगे कहते हैं- एक सिनेमैटोग्राफर होना मतलब निर्देशक होने के समान होता है। सिनेमैटोग्राफर ही निर्देशक के विजन को अपने कैमरे के माध्यम से स्क्रीन तक पहुंचाता है। जब मैंने रणनीति की शूटिंग शुरू की, तो मैंने खुद को स्क्रिप्ट में डुबो दिया, इसकी बारीकियों को आत्मसात कर लिया। मैंने इस कहानी के लिए अपना एक कलर पैलेट बना लिया था। मैं बेहद शालीनता से कलर प्लानिंग करता था। यह शो के मूड और इमोशन को झलकाते हैं। जैसे लाल रंग जुनून या खतरे का प्रतीक है, जबकि नीला रंग शांति या उदासी पैदा करता है। ये विकल्प मनमाने ढंग से नहीं बल्कि जानबूझकर किए गए थे, जिनका उद्देश्य कथात्मक प्रभाव को बढ़ाना था।

एक्शन सीक्वेंस एड्रेनालाईन-पंपिंग चुनौतियां थीं। हमारे एक्शन निर्देशक रवि वर्मा और विदेशी एक्शन निर्देशक स्टीवन मोथ के सहयोग से हमने प्रत्येक सीन्स को सावधानीपूर्वक स्टोरीबोर्ड किया। इससे यह सुनिश्चित हुआ कि हर एक्शन से भरपूर क्षण कहानी की तीव्रता और प्रवाह को बनाए रखते हुए कहानी में सहजता से एकीकृत हो गया।