बॉलीवुड फिल्मों में प्यार को अनगिनत बार नई कहानियों से परिभाषित किया जाता रहा हैं । रिलायंस एंटरटेनमेंट प्रस्तुत और दानिश जावेद द्वारा निर्देशित “प्यार के दो नाम” भी एक मॉडर्न डेज लव स्टोरी हैं जो एक नये सिरे से आज के युवाओं के प्यार को परिभाषित करेगी । फ़िल्म का टीजर सोशल मीडिया पर रिलीज किया गया है .
फिल्म ‘एक दूजे के लिए’ या ‘एक दूसरे के साथ’ टैग लाइन पर आधारित हैं । इश्क़ सुभानअल्लाह सूफियाना, प्यार मेरा एवं सन्यासी मेरा नाम जैसे रोमांटिक धारावाहिक एवं फिल्मों के लेखक दानिश जावेद द्वारा निर्देशित फ़िल्म “प्यार के दो नाम” एक आधुनिक प्रेम कहानी हैं जो युवाओं के बीच में प्यार को लेकर आधुनिक सोच को बहुत ही इमोशनल तरीके से प्रस्तुत करती हैं ।
फ़िल्म के टीज़र की शुरुआत अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में आयोजित एक पीस सेमिनार से होती हैं इसमें आर्यन खन्ना ( भव्या सचदेवा ) नेल्सन मंडेला और कायरा सिंह (अंकिता साहू) महात्मा गाँधी पर अपनी अपनी रिसर्च प्रस्तुत करते हैं । आर्यन खन्ना कहते हैं मैं उस ब्यूटी को ब्यूटी ही नहीं मानता जो आँखों को अट्रैक्ट ना करे। टीज़र के दूसरे संवाद में आर्यन खन्ना रोमांटिक संवाद में कहते हैं ‘मडेला जी यह ट्रॉफी जीतेंगे, और मैं इस लड़की का दिल। इस पर कायरा सिंह बेहद ही सख़्त लहजे में कहती हैं कि मैं अजनबियों से बात नहीं करती। दोनों मुख्य कलाकारों की नोक झोंक के बीच में बैकग्राउंड में फ़िल्म का शीर्षक गीत सुनाई देता हैं । टायटल सांग के साथ १ मिनट १० सेकंड का यह टीज़र एक फ्रेश लव स्टोरी का एहसास कराता हैं ।
रिलायंस एंटरटेनमेंट और जोकुलर एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड की फ़िल्म “प्यार के दो नाम” में मुख्य भूमिका में भव्या सचदेवा , अंकिता साहू के साथ कनिका गौतम, अचल टंकवाल , दीप्ति मिश्रा , नमिता लाल प्रमुख भूमिकाओं में नज़र आएँगे । फ़िल्म के निर्माता विजय गोयल और दानिश जावेद है, और सह निर्माता शहाब इलाहाबादी है। फ़िल्म के लेखक निर्देशक दानिश जावेद हैं इस अनोखी लव स्टोरी का संगीत अंजन भट्टाचार्य और शब्बीर अहमद ने तैयार किया है और गीतों को दानिश जावेद और वसीम बरेलवी ने लिखा हैं । गीतों को जावेद अली, ऋतु पाठक, राजा हसन और स्वाति शर्मा ने गाया हैं।
फ़िल्म के लेखक निर्देशक दानिश जावेद ने कहा कि यह फ़िल्म विश्व के दो महान नेताओ के सिद्धांतों पर आधारित आज की प्रेम कहानी हैं। आर्यन खन्ना और कायरा सिंह की इस प्रेम कहानी के ज़रिए “एक दूजे के लिए” या “एक दूसरे के साथ” इस सवाल का जवाब दर्शकों को मिलेगा ।
फ़िल्म के निर्माता विजय गोयल ने कहा कि ”इस फ़िल्म, प्यार के दो नाम महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला के प्रेम दर्शन के बीच अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कैंपस में एक अनोखी लव स्टोरी हैं।
फ़िल्म की शुरुआत अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के संस्थापक सर सैय्यद अहमद ख़ान के सम्मान में “विश्व शांति नेता” को चुनने के लिए एक सेमिनार की घोषणा के साथ होती हैं। कायरा सिंह और आर्यन खन्ना भी सेमिनार में भाग लेने आए हैं। पहली मुलाकात में दोनों के बीच खट्टी-मीठी लड़ाई शुरू हो जाती है, यहीं से दो विचारधाराओं का टकराव शुरू होता है। जहां कायरा इस बात पर अड़ी है कि अगर प्यार है तो हमें जिंदगी भर साथ रहना होगा, वहीं आर्यन का मानना है कि जब तक प्यार है, हम साथ रहेंगे, प्यार खत्म, साथ खत्म। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि “प्यार के दो नामो में से किस नाम की जीत होती हैं, रिलायंस एंटरटेनमेंट के द्वारा ३ मई को “प्यार के दो नाम” देशभर के सिनेमागृहों में रिलीज होगी ।
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