रायपुर, 13 अप्रैल । पूर्व सीएम भूपेश बघेल के जेब में झीरम हमले का पूरा सबूत हैं। बघेल ही झीरम हमले के आरोपी को बचा रहे हैं. यह दावा बीजेपी नेता चंद्रशेखर शुक्ला ने किया हैं। और राहुल गांधी से इस मामले पर आज बस्तर जनसभा में जवाब देने की मांग की है। आगे उन्होंने उदय मुदलियार के परिवार से भी आग्रह किया है कि राजनांदगांव चुनाव के प्रत्याशी भूपेष बघेल को सबूत को सार्वजनिक कराए।
कांग्रेस पार्टी के आपसी नेताओं की खींचतानी और तत्कालिन आदिवासी नेता और OBC नेता की दुश्मनी कांग्रेस के नेताओं को झीरम जैसे खूनी साजिश को अंजाम देने के लिए पर्याप्त इंतजाम किया गया था। जिसका सबूत खुद भूपेश बघेल ने 2017 में राहुल गांधी को स्व. अहमद पटेल और अन्य प्रदेश के नेताओं के सामने रखी थी। उसके बावजूद झीरम कांड के आरोपियों को कांग्रेस पार्टी पद प्रतिष्ठा टिकट देती रही हैं। क्या कारण है और क्या दबाव है? इसका जवाब कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए चंद्रशेखर शुक्ला ने राहुल गांधी और भूपेश बघेल से मांगा है। जानकारी के अनुसार उसी समय कांग्रेस की आदिवासी नेत्री ने भूपेश बघेल और राहुल गांधी को झीरम कांड के मुख्य आरोपियों का वीडियो व काला चिट्ठा दिया था। जिसके आधार पर उस कांग्रेस नेत्री को उच्च पद बार-बार दिए गए।
बीजेपी नेता चंद्रशेखर शुक्ला का कहना है कि जिस कवासी लखमा को पूरा छत्तीसगढ़ और पूरा काँग्रेस झीरम घाटी नरसंहार का संदिग्ध माता है तथा जिसे तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत ने भी 2013 में संदिग्ध ठहराया था को आपने क्या क्लीन चिट देकर लोकसभा का उम्मीदवार बनाया है? क्या झीरम के शहीदों को आप शहीद नहीं मानते हैं या सिर्फ शहीद सिर्फ वही हैं जो आपके परिवार से हैं, आपने इनको न्याय दिलाने के लिये संसद में कितनी बार मांग / प्रयास किया है?
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेष बघेल जिन सबूतों को जेब में डाल के रखे हुये हैं वह सबूत क बाहर आयेंगे? अब तो आपकी सरकार भी चली गई माननीय भूपेष बघेल जी किसे बचाना चाहते हैं । मेरा यह मानना है झीरम घाटी का नरसंहार काँग्रेस के नेताओं की आपसी खूनी रंजिश की परीणिती है जिसमें शहीद विद्या भैय्या, शहीद नंद कुमार पटेल, शहीद महेन्द्र कर्मा जी और शहीद उदय मुदलियार सहित 31 अन्य काँग्रेस कार्यकर्ताओं को शहादत देनी पड़ी थी।
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