मुख्तार अंसारी का बॉडी बांदा से गाजीपुर पहुंचने में लगेंगे 7-8 घंटे, शाम को सुपुर्द-ए-खाक किया जा सकता है

उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की कार्डियक अरेस्ट से गुरुवार रात को मौत हो गई। उसे उल्टी की शिकायत और बेहोशी की हालत में रात 8:25 बजे जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। 9 डॉक्टरों ने इलाज किया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।

आज 3 डॉक्टरों के पैनल सहित 5 लोगों की टीम मुख्तार के शव का पोस्टमार्टम कर रही है। उसका शव परिजन को सौंपा जाएगा। इसके बाद सड़क के रास्ते मुख्तार को पुश्तैनी घर गाजीपुर लाया जाएगा। यहां काली बाग कब्रिस्तान में उसे सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। यहां तैयारियां शुरू हो गई हैं।

उधर, पूरे राज्य में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मऊ और गाजीपुर में धारा 144 लागू कर दी गई है। बांदा में भी सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। DGP मुख्यालय ने भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।

इससे पहले मंगलवार को मुख्तार की तबीयत बिगड़ी थी। 14 घंटे अस्पताल में भर्ती रहने के बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया था। कुछ दिन पहले ही मुख्तार के भाई अफजाल ने दावा किया था कि उसे जेल में धीमा जहर देकर मारने की कोशिश की जा रही है। मुख्तार अंसारी 2005 से सजा काट रहा था। अलग-अलग मामलों में उसे 2 बार उम्रकैद हुई थी।

[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]