नई दिल्ली। दुनियाभर में कई सारी बीमारियां लगातार लोगों को अपना शिकार बनाती आई हैं। विभिन्न तरह के खतरनाक और जानलेवा वायरस इन बीमारियों की वजह बनते हैं, जिसकी वजह से कई बार हमें गंभीर परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। ज्यादातर बीमारियों के लिए जिम्मेदार वायरस या बैक्टीरिया कुछ खास तरह से जानवरों या कीड़ों से हम तक पहुंचते हैं।
हम में से कई लोग जानवरों के शौकीन होते हैं और उन्हें बेहद प्यार भी करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कुछ जानवर या कीड़े ऐसे भी हैं, जो कई बड़ी और घातक बीमारियों का कारण बन सकते हैं, जिससे आपको खतरा हो सकता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही जानवरों और कीड़ों के बारे में, जो बनते हैं बीमारियों की वजह-
चमगादड़
चमगादड़ कई गंभीर बीमारियों की वजह बनने वाले वायरस को फैलाने के लिए जिम्मेदार रहे हैं। इसमें इबोला वायरस, मारबर्ग वायरस और निपाह वायरस सहित कई घातक वायरस शामिल हैं। ये वायरस इंसानों में गंभीर और अक्सर घातक बीमारियों की वजह बनते हैं।
चूहों
अक्सर घरों में तबाही मचाने वाले चूहे भी कई गंभीर बीमारियों की वजह होते हैं। चूहों में येर्सिनिया पेस्टिस नामक बैक्टीरिया से संक्रमित फ्लीस होते हैं, जो बुबोनिक प्लेग का कारण था। प्लेग एक गंभीर बीमारी है, जिसके प्रकोप के कारण सदियों से लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाई है, जिसमें कुख्यात ब्लैक डेथ सेंचुरी भी शामिल है।
मच्छर
शायद ही कोई हो, जो कभी मच्छरों से परेशान नहीं हुआ हो। मच्छरों से होने वाली बीमारियों के बारे में लगभग हर कोई जानता है। यही वजह है कि लोग अक्सर इनसे बचकर रहते हैं। मच्छरों से मलेरिया, डेंगू, जीका, पीला बुखार और न जाने क्या-क्या बीमारियां होती हैं। इन बीमारियों के कारण बीते कई वर्षों में लाखों मौतें हुई हैं।
पैंगोलिन
साल 2020 में आए कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तबाही मचा दी थी। इस वायरस की वजह से होने वाली महामारी की वजह से दुनियाभर में कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी। उस दौरान ऐसा गया था कि यह महामारी दो मुख्य जानवरों – चमगादड़ और पैंगोलिन की देन है। हालांकि इसे लेकर बहुत- सी धारणाएं मौजूद हैं।
सुअर
इतिहास में सूअरों ने इन्फ्लूएंजा वायरस के लिए होस्ट के रूप में काम किया है और कभी-कभी यह इन्फ्लूएंजा महामारी के लिए जिम्मेदार भी रहे हैं। उदाहरण के लिए, साल 1918 के स्पैनिश फ्लू का मुख्य कारण सूअरों को ही माना जाता है।
केटल्स
जंगली और पालतू मवेशी, बैक्टीरियम माइकोबैक्टीरियम बोविस के लिए आश्रय स्थल हो सकते हैं। ऐसा कहा जाता है कि यह बैक्टीरिया बोवाइन ट्यूबरक्लोसिस (bovine tuberculosis) का कारण बनता है और इंसानों में अपॉश्चुरीकृत डेयरी प्रोडक्ट्स के सेवन या संक्रमित जानवरों के निकट संपर्क के माध्यम से फैलता है।
टिक
यह काफी छोटा कीड़ा होता है, जो इंसानों को बहुत दर्द पहुंचाता है। टिक्स विभिन्न प्रकार के पैथोजन को प्रसारित कर सकते हैं, जिनमें लाइम रोग का कारण बनने वाले बैक्टीरिया भी शामिल हैं।
अफ्रीकी मक्खी
अफ्रीकी मक्खी, Tsetse जिसे सेतसी और तेतसी भी कहा जाता है, अफ्रीका में पाई जाने वाली एक खास तरह की मक्खी है, जो अफ्रीकी स्लीपिंग सिकनेस का कारण बनती हैं। इस बीमारी के कारण कई लोगों में न्यूरोलॉजिकल समस्याएं और मौत भी हो जाती है।
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