कोरबा, 18 मार्च I जैसा कि आप जानते है कि छत्तीसगढ़ की कोरबा लोकसभा सीट परिसीमन के बाद पहली बार 2008 में अस्तित्व में आई थी. इससे पहले यह जांजगीर लोकसभा सीट के अंतर्गत आती थी. 2019 में कांग्रेस की ज्योत्सना महंत यहां से सांसद बनीं. 2008 में अस्तित्व में आने के बाद कोरबा सीट पर पहला लोकसभा चुनाव कोरबा 2009 में हुआ. जिसमे कांग्रेस के चरण दास महंत ने यह चुनाव अपने नाम किया था. उन्होंने बीजेपी की करुणा शुक्ला को हराया था. बता दें कि कोरबा लोकसभा के अंतर्गत विधानसभा की 8 सीटें आती हैं, ये 8 सीटें हैं- भरतपुर-सोनहत, मनेंद्रगढ़, बैकुंठपुर, रामपुर, कोरबा, कटघोरा, पाली-तानाखार और मरवाही.
छत्तीसगढ़ की कोरबा लोकसभा सीट प्रदेश के 11 लोकसभा सीटों में से एक है. कोरबा लोकसभा का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है. इस लोकसभा की स्थापना परिसीमन के दौरान 2008 में हुई थी. और इस सीट पर 2009 मे पहली बार लोक सभा के चुनाव हुए थे. कोरबा लोकसभा में कुल आठ विधानसभा क्षेत्र आते हैं. जिनमें कोरबा जिले की पांच विधानसभा और अविभाजित कोरिया जिले की तीन विधानसभा शामिल हैं. फिलहाल इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है.
कोरबा लोकसभा में पहली बार 2009 में आम चुनाव हुए. अब तक इस सीट पर तीन बार आम चुनाव हो चुके है. और अब 2024 में चौथी बार लोक सभा का चुनाव होना है. पहली बार में ही कांग्रेस के दिग्गज नेता चरण दास महंत ने चुनाव जीता. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी प्रत्याशी करुणा शुक्ला को हार का स्वाद चखाया था. इसके बाद 2014 के लोक सभा चुनाव में चरणदास महंत को बीजेपी के डॉ बंशीलाल महतो ने शिकस्त दी थी. लेकिन फिर 2019 के चुनाव में चरणदास महंत ने अपनी धर्मपत्नी ज्योत्सना चरणदास महंत को चुनाव मैदान में उतारा और इस बार उन्होंने बीजेपी के ज्योति नंदन दुबे को हराया था. अब चौथी बार कौन सी पार्टी किसको अपना प्रत्याशी बनाएगी. कोरबा लोक सभा से कौन सांसद बनेगा. ये भविष्य के गर्भ में है.
2009 पहला लोकसभा चुनाव
कोरबा लोक सभा मे 2009 में हुए पहले लोक सभा चुनाव में छत्तीसगढ़ के बड़े कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री चरणदास महंत को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया और परिणाम आने के बाद श्री महंत को 42.19 प्रतिशत वोट शेयर के साथ कुल 3 लाख 14 हज़ार 616 वोट मिले. जबकि 39.41 प्रतिशत वोट शेयर के साथ बीजेपी प्रत्याशी करुणा शुक्ला को 2 लाख 93 हज़ार 879 वोट मिले थे. इसके अलावा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संस्थापक हीरा सिंह मरकाम को 33 हज़ार 962 और आईएनडी के शंभू प्रसाद वर्मा को 23 हज़ार 136 वोट मिलों थे. इस तरह कोरबा लोक सभा के पहले लोकसभा चुनाव मे कांग्रेस के चरणदास महंत ने 20 हज़ार 737 वोट से जीत हासिल की थी.
2014 दूसरा लोकसभा चुनाव
कोरबा संसदीय क्षेत्र के लिए 2014 में हुए दूसरे आम चुनाव के परिणाम की बात करें. तो इस चुनाव में भी सीधा मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच था. इस चुनाव में बीजेपी के बंशीलाल महतो को 40.70 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 4 लाख 39 हज़ार 2 वोट मिले थे. जबकि मौजूदा सांसद कांग्रेस प्रत्याशी चरणदास महंत को 40.31 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 4 लाख 34 हजार 737 वोट मिले थे. इसके अलावा जीजीपी के हीरा सिंह मरकाम को पिछली बार की तुलना में ज़्यादा 52 हज़ार 753 वोट मिले थे. आईएनडी के जीवन लाल रौतेल को 18 हज़ार 459 वोट और आम आदमी पार्टी के अमरनाथ पाण्डेय को 14 हज़ार 594 वोट मिले थे. इस तरह इस दूसरे लोक सभा चुनाव में मौजूदा सांसद श्री महंत को बीजेपी के बंशीलाल महतो ने महज 4 हजार 256 वोट से हराकर सांसद बनने का सर्टिफिकेट ले लिया था.
2019 लोकसभा आम चुनाव
अब के तीसरे लोक सभा चुनाव में बीजेपी ने अपने निवर्तमान सांसद बंशीलाल महतो का टिकट काट कर ज्योति नंदन दुबे को अपना प्रत्याशी बनाया. इस बार उनका मुकाबला पूर्व केंद्रीय मंत्री चरण दास महंत की धर्मपत्नी ज्योत्सना महंत से था. ज्योत्सना महंत ने इस चुनाव मे 46.03 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 5 लाख 23 हजार 410 वोट मिले . जबकि बीजेपी के ज्योति नंदन दुबे को 43.72 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 4 लाख 97 हजार 61 वोट मिले. इसके साथ ही जीजीपी के तुलेश्वर हीरा सिंह मरकाम को 37 हज़ार 417 वोट . नोटा को 19 हज़ार 305 वोट और बसपा के परमीत सिंह को 15 हजार 880 वोट मिले. कुल मिलाकर तीसरे लोक सभा चुनाव में कांग्रेस की ज्योत्सना चरणदास महंत ने बीजेपी के ज्योति नंदन दुबे को 26 हज़ार 349 वोट से चुनाव हराया.
इस बार कांग्रेस ने फिर से अपने ज्योत्सना चरणदास महंत पर दांव लगाया है . वही भाजपा ने सरोज पांडेय पर अपना भरोसा जताया है . अब देखना यह होगा कि कोरबा कि जनता किसे अपने सांसद के रूप में चयन करती है
[metaslider id="347522"]