श्रीमद् देवी भागवत महापुराण कथा में महराज जी ने अपने माता- पिता की सेवा को ही सच्ची भक्ति व सेवा कहीं,माता को छल-कपट नहीं भाते

विनोद उपाध्याय

हरदीबाजार, 16 मार्च – श्रीमद् देवी भागवत का आयोजन हरदीबाजार बस्ती रोड निवासी सेवानिवृत प्रचार्य जयसिंह राठौर (गुरुजी) के निवास स्थान पर होने जा रहा है । कथा के तीसरे दिन महाराज जी के द्वारा भगवान विष्णु जी एवं मां दुर्गा की अनंत रूपों से अवतार व साथ ही भक्त और भगवान की जुड़े कथाओं का रसपान कराया गया, कथा 13 मार्च से 22 मार्च तक कथा का आयोजन किया जा रहा है।

कथावाचक पंडित ओमप्रकाश तिवारी(राजू महराज) के मुखारविंद से कथा का रसपान रोजाना दोपहर 3:00 बजे से रात 8:00 बजे तक अमृत रूपी कथा का रसपान कराया जा रहा हैं ।। महाराज जी ने अपने कथा के माध्यम से उपस्थित श्रोताओं को बताया कि जगजननी मां जगदम्बा को सच्चे मन से स्मरण करने मात्र से सभी दूख दूर हो जाते हैं,हम सभी मानव जाति मां के बिना अधुरा है। माता -पिता की सेवा ही सच्ची भक्ती और सेवा है जो जीवन रुपी भवसागर को बैतरणी की तरह तार देती है । मां अपने बच्चों में भेद नहीं करती है सभी से समान प्रेम भाव रखती है ,पक्ष – पात,छल-कपट मां नहीं करती न स्वयं पसंद करती हैं इस दौरान कथा श्रवण करने शुभद्रा राठौर,मंजूषा राठौर,निलेंद्र राठौर,हीरा पांडे महराज,अजय दूबे,डां.गणेश प्रभूवा, जगदीश अग्रवाल,विजय जायसवाल,श्री गुप्ता जी, पप्पू राठौर, राजाराम राठौर, विनोद उपाध्याय,बंटी राठौर,संगीता जायसवाल सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी कथा श्रवण करने पहुंच रहे हैं।