डॉ. सौम्या स्वामीनाथन को मिला प्रतिष्ठित यशवंतराव चव्हाण राष्ट्रीय पुरस्कार

मुंबई । डब्ल्यूएचओ की पूर्व मुख्य वैज्ञानिक और कार्यक्रमों की उप महानिदेशक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन, जिन्हें मंगलवार को प्रतिष्ठित यशवंतराव चव्हाण राष्ट्रीय पुरस्कार 2023 मिला, का मानना है कि भारत अच्छी तरह से सक्षम है और विभिन्न चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए खुद को तैयार कर चुका है।

उन्‍होंने कहा कि चुनौतियों में संक्रामक रोग, नई महामारी, जलवायु परिवर्तन और संस्थागत निर्माण, सहयोगात्मक दृष्टिकोण, नई और उभरती प्रौद्योगिकियों और अनुसंधान एवं विकास के साथ पोषण शामिल है।दिवंगत प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक एम.एस. स्वामीनाथन की बेटी सौम्या स्वामीनाथन एम.एस. स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन की अध्यक्ष हैं। उन्‍हें उम्मीद है कि भारत जल्द ही तपेदिक से निपटने के लिए एक वैक्सीन का उत्पादन करने में सक्षम होगा।

उन्होंने इन मुद्दों से निपटने के तरीकों के बारे में विस्तार से बात की। प्रस्‍तुत हैं मुख्‍य अंश :संक्रामक रोगों पर”विभिन्न प्रकार की संक्रामक बीमारियां हैं। हमारे पास टीबी, मलेरिया और वे हैं जो विश्‍व स्तर पर अपना विस्तार कर रहे हैं, जैसे कि डेंगू, चिकनगुनिया और नए उभरते संक्रमण भी हैं, जिनकी हम भविष्यवाणी नहीं कर सकते, लेकिन हमें उनके खिलाफ तैयार रहना होगा।