बिलासपुर,09 मार्च । हत्या की जांच में लापरवाही सामने आने पर एसपी रजनेश सिंह ने सरकंडा थाना प्रभारी रहे निरीक्षक जेपी गुप्ता और एसआइ रमेश साहू को निलंबित कर दिया है। निलंबन के दौरान निरीक्षक जेपी गुप्ता कोटा एसडीओपी कार्यालय में अटैच रहेंगे। सरकंडा क्षेत्र के खमतराई में रहने वाले पंकज उपाध्याय की 14 फरवरी की रात बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्यारों की करतूत का वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल हो गया। इधर पुलिस ने चार घंटे के भीतर पुलिस ने मामले में शामिल नाबालिग और महिला समेत छह आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। इस दौरान सरकंडा थाना प्रभारी ने हत्या जैसे गंभीर मामले की जांच स्वयं नहीं करते हुए एसआइ रमेश साहू से कराई। जांच के दौरान एसआइ ने आरोपित के पुराने रिकार्ड को न्यायालय में पेश नहीं किया। इसे गंभीर चूक मानते हुए एसपी रजनेश सिंह ने निरीक्षक जेपी गुप्ता और एसआइ रमेश साहू को निलंबित कर दिया है।
इस दौरान निरीक्षक जेपी गुप्ता कोटा एसडीओपी कार्यालय में अटैच रहेंगे। गंभीर मामलों की जांच टीआइ को करने के निर्देश अलग-अलग समय पर हुए बैठक के दौरान अधिकारियों ने गंभीर मामलों की जांच थाना प्रभारी द्वारा करने के निर्देश जारी किए गए हैं। इधर सरकंडा क्षेत्र में हुए हत्या के मामले में थाना प्रभारी रहे जेपी गुप्ता ने जांच नहीं करते हुए अपने अधिनस्थ को इसका जिम्मा सौंप दिया। जांच के दौरान आरोपित गुप्ता के पुराने रिकार्ड को डायरी में शामिल नहीं किया। इन बातों के सामने आने पर एसपी रजनेश सिंह नाराज हुए। इतना ही नहीं वे गिनती के दिन ही रात्रि गश्त में निकलते थे, वे अक्सर अपने अधीनस्थों को अपनी जगह पर गश्त में भेज दिया करते थे। तत्कालीन एसपी भी कर चुके हैं कार्रवाई, सरकंडा से रहा खास लगाव- कुछ साल पहले भी इंस्पेक्टर जेपी गुप्ता सरकंडा थाने के प्रभारी रहे हैं।
यह उनका तीसरा कार्यकाल उसी थाने में रहा। इससे पहले उन्हें विवेचना में लापरवाही बरतने पर तत्कालीन एसपी दीपक झा सस्पेंड कर चुके हैं। यह पहली दफा नहीं रहा जब इंस्पेक्टर गुप्ता ने ऐसी लापरवाही बरती, इसके पहले भी वे कई बार ऐसी लापरवाही बरत चुके हैं। क्षेत्र में दहशत का माहौल खमतराई में मामूली बात को लेकर हुए हत्या के घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल हो गया। इसमें हत्यारों की बर्बरता को देख आसपास के लोग दहशत में आ गए। इधर वीडियो वायरल होने के बाद आरोपित के मकान पर बुलडोजर चलाने की मांग भी जोर पकड़ने लगी। लोगों का गुस्सा देखते हुए प्रशासन की ओर से आरोपित के अवैध कब्जे को ढहा दिया गया। इसके अलावा मुक्तिधाम पर किए कब्जे को हटाया गया। सीपत टीआइ भी लाइन अटैच एसपी रजनेश सिंह ने गुरुवार को एक आदेश जारी करते हुए सीपत टीआइ नरेश चौहान को हटा दिया है। उनकी जगह पर निरीक्षक कृष्ण चंद्र सिदार को सीपत थाने की कमान सौंपा गया है।
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