पातालेश्वर धाम में उज्जैन की तर्ज पर की जाती है महादेव की भस्म आरती, लगा भक्तों का तांता

छिंदवाड़, 08 मार्च I महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर छिंदवाड़ा शहर शिव भक्ति में लीन है। हर जगह हर हर महादेव के नारे लग रहे हैं जगह-जगह शिव मंदिरों में भगवान शिव का अभिषेक हो रहा है। इस मौके पर छिंदवाड़ा के प्रसिद्ध पातालेश्वर धाम महाकाल मंदिर में सुबह भक्तगणों ने रुद्राभिषेक किया। इसके बाद आम व्यक्ति के लिए बाबा के दर्शन शुरू किए गए। देखते ही देखते हजारों की संख्या में भक्तगण भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने पहुंचे। दरअसल, छिंदवाड़ा में प्रसिद्ध पातालेश्वर धाम का शिवरात्रि पर्व पर अपना ही महत्व है यहां हर साल मेले के आयोजन किया जाता है। जिसमें हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं।

शिव शहर का प्राचीन यह पातालेश्वर धाम मंदिर का अपना पौराणिक इतिहास है। लगभग 30-35 वर्ष पूर्व नागा साधु संत जब छिंदवाड़ा प्रवास पर आते थे तो इस स्थान पर रुका करते थे। मान्यता है कि एक दिन नागा साधु को भगवान शिव ने स्वप्न पर दर्शन दिया और कहा कि मैं इस स्थान पर हूं जिसके बाद खुदाई का क्रम चालू हुआ और भगवान भोलेनाथ पाताल से निकले।

इसके बाद से लगातार भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना शहरवासी कर रहे हैं। महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर छिंदवाड़ा की पातालेश्वर धाम में मेले का आयोजन होता है जिसमें बड़ी संख्या में शहर वासी शामिल होते हैं और भगवान भोलेनाथ की भक्ति के साथ-साथ मेले का आनंद भी लेते हैं। पातालेश्वर धाम में स्थित महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर भगवान भोलेनाथ को ताजी भस्म चढ़ाई जाती है और शाम को उज्जैन की तर्ज पर भस्म आरती की जाती है।