Bilaspur News: फदहाखार नर्सरी और बिलासा ताल उद्यान, महिला वनकर्मी संभाल रहीं कमान

बिलासपुर,06 मार्च । वन विभाग में भी महिला वनकर्मियों की दमदार मौजूदगी है। काम के प्रति सच्ची निष्ठा व जुनून के कारण विभाग ने अपने दो प्रमुख स्थल बिलासा ताल उद्यान और फदहाखार नर्सरी की जवाबदारी महिलाओं के कंधों पर सौंप दी है। वनपाल संतोषी बनर्जी की देखरेख में जहां नर्सरी में पौधे तैयार होते हैं, वहीं वनरक्षक पिंकी लाश्कर व वन रक्षक कविता भारद्वाज बिलासा ताल का संचालन करती हैं। सुरक्षा व्यवस्था में भी इनकी अहम भूमिका है। एक समय था, जब वन विभाग में महिला कर्मचारियों से केवल कार्यालयीन कामकाज कराया जाता था। हालांकि बाद में यह महसूस हुआ कि विभाग की नर्सरी, उद्यान व जंगल की सुरक्षा में वह विशेष योगदान दे सकती हैं। इसलिए उन्हें इनकी जिम्मेदारियां सौंपी गईं। महिला कर्मचारी भी इससे पीछे नहीं हटीं और बड़ी सहजता के साथ उद्यान व नर्सरी की कमान संभालने के लिए अपनी सहमति दी।

इसी के तहत वनपाल संतोषी बनर्जी को फदहाखार नर्सरी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। तीन हेक्टेयर की इस नर्सरी में पदस्थ होने के बाद संतोषी ने काफी कुछ सुधार किया। सबसे अच्छी बात यह है कि उनकी देखरेख में पिछले साल 80 हजार से अधिक पौधे तैयार किए गए। इन्हीं पौधों से वन मंडल के क्षेत्र में पौधारोपण का सफल कार्यक्रम आयोजित हुआ। अलग-अलग प्रजाति के तैयार किए इन पौधों की स्थिति को देखकर वन अफसर भी बेहद खुश हुए। अफसरों से मिलीं शाबाशी से संतोष बनर्जी को काफी प्रोत्साहन मिला। यही कारण है कि अब पौधा तैयार करने का समय प्रारंभ नहीं हुआ है लेकिन, उन्होंने अभी से पूरी प्लानिंग कर ली है। बिलासा ताल वन विभाग का सबसे प्रमुख व बड़ा उद्यान है, जहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में पर्यटकों की मौजूदगी रहती है। हरियाली व तालाब के इस प्रमुख केंद्र की व्यवस्था और सुरक्षा संभालना आसान नहीं है। लेकिन, वनरक्षक पिंकी व कविता ने टिकट काउंटर से लेकर अन्य कार्यों की जिम्मेदारी इतने बेहतर ढंग से संभाला कि वन अफसर उनके कार्यों से खुश हैं। पार्किंग व्यवस्था भी इन्हीं की जिम्मेदारी में है। वह कहती हैं कि वह हर दिन बेहतर कार्य करने का सोचकर अपने कार्यस्थल पर पहुंचती हैं।

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