आने वाले सालों में बनाई जाएंगी 1,000 से अधिक अमृत भारत ट्रेनें : रेल मंत्री वैष्णव

नई दिल्ली।  रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा कि भारत आने वाले वर्षों में कम से कम 1,000 नई पीढ़ी की अमृत भारत ट्रेनों का निर्माण करेगा। इसके साथ ही 250 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली ट्रेनें बनाने का काम जारी है। एजेंसी पर पेश किए गए वीडियो में वैष्णव ने यह भी कहा कि रेलवे ने पहले ही वंदे भारत ट्रेनों के निर्यात पर काम करना शुरू कर दिया है और देश को आने वाले पांच सालों में पहला निर्यात देखना चाहिए।

मिलती है औसतन 55 प्रतिशत की छूट

नरेंद्र मोदी सरकार के पिछले 10 वर्षों में रेलवे द्वारा की गई परिवर्तनकारी पहलों पर बोलते हुए  उन्होंने कहा कि दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल – चिनाब पुल – और कोलकाता मेट्रो के लिए पहली नदी के नीचे जल सुरंग रेल क्षेत्र में कुछ ऐसे महत्वपूर्ण बदलाव हैं, जो तकनीकी प्रगति हुई।

वैष्णव ने बताया कि  रेलवे का एक बड़ा सामाजिक दायित्व है। हम हर साल लगभग 700 करोड़ लोगों को और व्यावहारिक रूप से हर दिन ढाई करोड़ लोगों को ले जाते हैं।  किराया संरचना ऐसी है कि यदि एक व्यक्ति को ले जाने की लागत 100 रुपये है, तो हम 45 रुपये लेते हैं। इसलिए हम रेलवे से यात्रा करने वाले हर व्यक्ति को औसतन 55 प्रतिशत की छूट देते हैं।

विश्व स्तरीय ट्रेन की तैयारी

मंत्री ने कहा  कि हमने अमृत भारत डिजाइन किया है जो एक विश्व स्तरीय ट्रेन है। यह केवल 454 रुपये की कीमत पर 1,000 किमी की यात्रा प्रदान करती है। इस तरह की सामर्थ्य प्रदान की गई है।

वैष्णव ने  आगे कहा कि वंदे भारत युवाओं के बीच बेहद लोकप्रिय है। व्यावहारिक रूप से, हर हफ्ते एक वंदे भारत को बेड़े में शामिल किया जा रहा है। हम आने वाले कुछ वर्षों में कम से कम 400 से 500 ऐसी ट्रेनों का निर्माण करेंगे।