यूरिक एसिड के मरीज़ों के लिए फायदेमंद है कच्चा पपीता

कच्चा पपीता यूरिक एसिड के मरीज़ों के लिए बेहद फायदेमंद है। चलिए हम आपको बताते हैं आप यूरिक एसिड में इसका इस्तेमाल कैसे करें? कच्चा पपीता यूरिक एसिड के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद हैं।कच्चे पपीते में विटामिन-सी, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी जैसे गुण मौजूद होते हैं। पपीते में मौजूद फाइबर, यूरिक एसिड के मरीजों को जोड़ों में दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। कच्चे पपीते में मौजूद ‘पपाइन’ ब्लड में यूरिक एसिड को बढ़ने से रोकने में मदद करता है। इसके साथ ही यह प्रोटीन पचाने में मदद करता है। इसलिए इसके मरीजों को अपनी डाइट में कच्चा पपीता ज़रूर शामिल करना चाहिए।

ऐसे करें इसका सेवन

शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को कंट्रोल करने के लिए आप पपीते का अलग-अलग तरीकों से सेवन कर सकते हैं। कच्चे पपीते के काढ़ा का सेवन आप सुबह के समय कर सकते हैं। कच्चे पपीते का काढ़ा स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है। काढ़ा बनाने क लिए  2 लीटर पानी उबालें। अब एक कच्चे पपीते को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और उसके अंदर से बीज निकाल लें। इन टुकड़ों को उबलते हुए पानी में डालें और करीब 5 मिनट तक उबालें। फिर इस पानी में 2 चम्मच ग्रीन टी डालकर उबाल लें। इस काढ़े का दिन में 3 से 4 बार सेवन करना फायदेमंद साबित हो सकता है। इससे आपके शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा नियंत्रित हो जाएगी। इसके साथ ही आप कच्चे पपीता की सब्जी का सेवन भी कर सकते हैं।