मुबंई के नंबर 10 व 11 में आने वाले बल्लेबाज तनुष ने 120 रन व तुषार ने 123 रन बनाकर 78 साल पुराने रिकार्ड की बराबरी कर ली है। तुषार व तनुष की शतक के कारण मुंबई ने अपनी दूसरी पारी में 569 रन बनाए और बडौदा के समक्ष जीत के लिए 600 रन का लक्ष्य रख दिया। बड़ौदा के खिलाफ रणजी ट्राफी का क्वार्टर फाइनल मैच में मुंबई के नंबर 10 व 11 में आने वाले बल्लेबाजों ने शतक जड़ दिया।
मुबंई की दूसरी पारी में नबरं 10 में आए बल्लेबाज तनुष कोटियान ने नाबाद 120 रन की पारी व उसके बाद आए नंबर 11 के बल्लेबाज तुुषार देशपांडे ने 123 की पारी खेली। ऐसा कारनाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट के इतिहास में दूसरी बारी हुआ है। जब किसी पारी में नंबर-10 और नंबर-11 बल्लेबाजों ने सेंचुरी जमाई है। इससे पहले 1946 में इंग्लैंड में सरे काउंटी के खिलाफ भारतीय टीम की ओर से चंदु सरवटे और शुते बनर्जी ने नंबर-10 और नंबर-11 पर बैटिंग करते हुए सेंचुरी जमाई थी।
दूसरी पारी में 337 रन पर मुबंई के गिर गए थे 9 विकेट
दूसरी पारी में मुंबई के 9 विकेट 337 रन के स्कोर पर गिर गए थे। इसके बाद नंबर 10 में तनुष और नंबर 11 में तुषार ने आखिरी विकेट के लिए 232 रन की पार्टनरशिप कर दी। तनुष ने अपनी पारी में 129 गेंदों का सामना किया और 10 चौके और 4 छक्के जमाए। वहीं, नंबर-11 तुषार ने 129 गेंदों का सामना करते हुए 10 चौके और 8 छक्के जमाए।
[metaslider id="347522"]