नई दिल्ली। रोहित शर्मा ने बेन स्टोक्स को कप्तान के रूप में पहली टेस्ट सीरीज शिकस्त थमाई। भारत ने रांची में बैजबॉल स्टाइल की धज्जियां उड़ा दी। भारत ने रांची में इंग्लैंड को पांच विकेट से मात देकर मौजूदा सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त बनाई। भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्टोक्स के बतौर इंग्लिश कप्तान अजेय रथ पर रोक लगा दी। स्टोक्स ने भारत दौरे से पहले कप्तान के रूप में छह टेस्ट सीरीज खेली और कभी नहीं हारे। इस जीत के साथ ही भारत ने घरेलू जमीन पर 17वीं टेस्ट सीरीज जीती। भारत ने 12 साल पहले 2012-13 में घरेलू जमीन पर आखिरी टेस्ट सीरीज गंवाई थी।
युवाओं ने उठाई जिम्मेदारी
विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और केएल राहुल की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम के युवाओं ने जिम्मेदारी उठाकर अपनी टीम को चैंपियन बनाया। इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले यशस्वी जायसवाल ने रांची में भी अपना फॉर्म बरकरार रखा और दोनों पारियों में क्रमश: 73 व 37 रन बनाए। ध्रूव जुरैल ने रांची टेस्ट को यादगार बनाया। उन्होंने पहली पारी में 90 रन की साहसिक पारी खेलकर भारत की बढ़त का अंतर काफी हद तक कम किया और फिर दूसरी पारी में नाबाद 39 रन बनाकर लौटे। जुरैल ने शुभमन गिल के साथ छठे विकेट के लिए 72 रन की अविजित साझेदारी की, जिससे इंग्लैंड के हौसले पस्त पड़ गए और भारत की जीत पर मुहर लगी।
स्कोर का विवरण
याद दिला दें कि इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। इंग्लैंड की पहली पारी 353 रन पर ऑलआउट हुई थी। इसके जवाब में भारत की पहली पारी 307 रन पर सिमट गई थी। मेहमान टीम को पहली पारी के आधार पर 46 रन की बढ़त मिली थी। फिर भारतीय गेंदबाजों के सामने इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने सरेंडर किया और उसकी दूसरी पारी महज 145 रन पर ढेर हो गई। इस तरह भारत को जीत के लिए 192 रन का लक्ष्य मिला। भारतीय टीम ने 61 ओवर में पांच विकेट खोकर लक्ष्य हासिल किया और इंग्लैंड के 12 साल के सीरीज जीतने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
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