दंतेवाड़ा,24 फरवर । विकसित भारत विकसित छत्तीसगढ़ के जिला स्तरीय कार्यक्रम शनिवार को गीदम स्थित ऑडिटोरियम जावंगा में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का वर्चुअल संबोधन सुनने के लिए हितग्राहियों महिलाओं और युवा बड़ी संख्या में उपस्थित थे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि आप सभी ने हमें जो आशीर्वाद दिया। इसी का परिणाम है कि आज हम विकसित छत्तीसगढ़ के संकल्प के साथ आपके बीच आये हैं। गरीब, किसान, युवा और नारी शक्ति के सशक्तिकरण से विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण होगा। यह आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर से बनेगा। इसलिए आज छत्तीसगढ़ के विकास से जुड़ी लगभग 35 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। इनमें कोयले से जुड़े, सौर ऊर्जा से जुड़े और कनेक्टिविटी से जुड़े अनेक प्रोजेक्ट हैं। इनसे छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए रोजगार के नये अवसर बनेंगे। इन योजनाओं के लिए छत्तीसगढ़ के भाई-बहनों को बधाई देते हुए उन्होंने आगे कहा कि आज एनटीपीसी के 1600 मेगावाट के सुपर थर्मल पावर स्टेशन को राष्ट्र को समर्पित किया गया है।
इसके साथ ही इस आधुनिक प्लांट के 1600 मेगावाट के स्टेज 2 का शिलान्यास भी हुआ है। इन प्लांट से देशवासियों को कम लागत पर बिजली उपलब्ध हो पाएगी। हम छत्तीसगढ़ को सौर ऊर्जा का बड़ा केंद्र बनाना चाहते हैं। आज ही राजनांदगांव और भिलाई में बहुत बड़े सोलर प्लांट्स का लोकार्पण किया गया है। इसमें ऐसी व्यवस्था है जिससे रात में आसपास के लोगों को बिजली मिल सकेगी। भारत सरकार का लक्ष्य सोलर पावर से देश के लोगों को बिजली देने के साथ ही साथ ही उनका बिजली बिल जीरो करने का भी है। हम छत्तीसगढ़ के हर घर को सूर्यघर बनाने के साथ-साथ हर परिवार को घर में बिजली बनाकर, वहीं बिजली बेचकर आय का एक और साधन देना चाहते है। इसी उद्देश्य के साथ पीएम सूर्योदय योजना शुरू की गयी है। अभी यह योजना एक करोड़ परिवारों के लिए है। इसमें घर के छत पर सौर पैनल लगाने के लिए सीधे बैंक खाते में पैसे भेजेगी। इससे 300 यूनिट तक बिजली मुफ्त मिलेगी और ज्यादा बिजली पैदा होगी तो सरकार बिजली खरीद लेगी। इससे परिवारों को हर वर्ष हजारों रुपए की कमाई होगी। सरकार का जोर हमारे अन्नदाता को ऊर्जादाता बनाने का भी है। सोलर पंप के लिए खेत के किनारे बंजर जमीन पर छोटे सोलर प्लांट लगाने सरकार मदद दे रही है।
छत्तीसगढ़ में डबल इंजन सरकार जिस प्रकार अपनी गारंटियों को पूरा कर रही है वो बहुत प्रशंसनीय है। छत्तीसगढ़ के लाखों किसानों को दो साल का बकाया बोनस दिया जा चुका है। तेंदूपत्ता संग्राहकों के पैसे बढ़ाने की गारंटी हमारे द्वारा दी गयी थी। और डबल इंजन सरकार ने यह गारंटी पूरी कर दी है। गरीबों के घर पहले नहीं बन पा रहे थे। अब हमारी सरकार गरीबों के घर बनाने तेजी से काम कर रही है। हर घर जल की योजना, को भी पूरा करने की दिशा में सरकार तेजी से काम कर रही है। राज्य में पीएससी परीक्षा में हुई गड़बडि़यों की जांच का आदेश दे दिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ की बहनों को महतारी वंदन योजना की बधाई दी। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ के पास परिश्रमी किसान, प्रतिभाशाली नौजवान और प्रकृति का खजाना है। विकसित होने के लिए जो भी चाहिए, छत्तीसगढ़ के पास पहले भी मौजूद था। आज भी है। आपके सपने पूरा करना ही शासन का संकल्प हैं। उन्होंने विकसित भारत, विकसित छत्तीसगढ़ का संकल्प दोहराते हुए कहा कि आज मुफ्त राशन, सस्ती दवाएं, गरीबों के लिए घर, घर घर कनेक्शन, साफ जल, हर घर टायलेट ये सारे काम हो रहे हैं। जिन गरीबों ने इन सुविधाओं की कल्पना भी नहीं की थी उनके घर में भी यह सुविधाएं पहुंच रही हैं। हम एक ऐसा भारत बनाएंगे जिसके सपने हमारी पहले वाली पीढ़ी ने बहुत आशा के साथ देखा था, इन्हें संजोया था।
बीते दस साल में हमने चौतींस लाख करोड़ रुपए से ज्यादा डीबीटी अर्थात डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर से पैसे भेजे। देश की जनता के बैंक खातों में शासन ने इतनी बड़ी राशि भेजी और मुद्रा योजना के तहत भी युवाओं को करोड़ों रुपए की मदद दी है। साथ ही पीएम सम्मान निधि के तहत पौने तीन लाख करोड़ रुपए किसानों को दिये। आज हमारी सरकार है जो गरीबों को अपना अधिकार दिला रही है। जब भ्रष्टाचार रूकता है तो विकास की योजनाएं आरंभ होती हैं। रोजगार बढ़ता है। शिक्षा, स्वास्थ्य की आधुनिक सुविधाएं भी बनती हैं। आज जो चौड़ी सड़कें, रेल लाइन बन रही है ये हमारे सुशासन का ही नतीजा है। ऐसे ही कामों से विकसित छत्तीसगढ़ का सपना पूरा होगा। छत्तीसगढ़ विकसित होगा तो भारत को विकसित होने से कोई नहीं रोक पाएगा। आने वाले पांच वर्षों में जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत होगा तो छत्तीसगढ़ भी विकसित होगा।
34,427 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया
अपने वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा कोयला मंत्रालय अंतर्गत रायगढ़ क्षेत्र में 173.46 करोड़ रूपए की ओपन कास्ट प्रोजेक्ट छाल कोल हेंडलिंग प्लांट, दीपका क्षेत्र में 211.22 करोड़ रूपए की लागत की ओपन कास्ट प्रोजेक्ट दीपका कोल हेंडलिंग प्लांट, रायगढ़ क्षेत्र में 216.53 करोड़ रूपए की लागत के ओपन कास्ट प्रोजेक्ट बरौद कोल हेंडलिंग प्लांट का लोकार्पण किया गया। गौरतलब है कि तीनों ओपन कास्ट प्रोजेक्ट से रेपिड लोडिंग सिस्टम के माध्यम से लोडिंग टाईम में कमी आएगी और ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन कम होगा।
इसके अलावा मोदी ने प्रधानमंत्री नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय अंतर्गत 907 करोड़ रूपए की लागत से राजनांदगांव जिले के 9 गांवो के 451 एकड़ क्षेत्र में निर्मित 100 मेगावाट एसी/155 मेगावाट डीसी सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अंतर्गत 1007 करोड़ रूपए की 2 प्रोजेक्ट अंबिकापुर से शिवनगर तक 52.40 किलोमीटर लंबाई की सड़क और बनारी से मसनियाकला तक 55.65 किलोमीटर लंबी सड़क (राष्ट्रीय राजमार्ग-49), ऊर्जा मंत्रालय के अंतर्गत 15,799 करोड़ रूपए के 1 प्रोजेक्ट – लारा सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर प्लांट स्टेज-1 (2ẋ800), रेल मंत्रालय अंतर्गत 583 करोड़ रूपए के 2 प्रोजेक्ट का लोकपर्ण किया। इसके अलावा ऊर्जा मंत्रालय अंतर्गत रायगढ़ में लारा सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट स्टेज-2 (2ẋ800) का शिलान्यास भी प्रधानमंत्री के द्वारा किया गया।
इसके पूर्व प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्ण देव साय ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री आज छत्तीसगढ़ को 34 हजार 427 करोड़ रुपए की 10 परियोजनाओं का सौगात दे रहे हैं। और मैं छत्तीसगढ़ की जनता की ओर से प्रधानमंत्री का आभार प्रगट करता हूँ। छत्तीसगढ़ की जनता ने प्रधानमंत्री की गारंटी पर भरोसा किया है। और उनकी गारंटी के सारे कामों को पूरा करने के लिए हम अग्रसर हुए हैं। इसके तहत 18 लाख से अधिक आवास स्वीकृत हुए हैं। 3716 करोड़ रुपए की दो साल की बोनस राशि किसानों को दी है। साथ ही 3100 रुपए धान की कीमत देने का वायदा था इसे पूरा किया गया है। इसके अलावा विवाहित महिलाओं को साल का बारह हजार रुपए देने का वायदा पूरा करने का निर्णय भी हमने लिया है। इस प्रकार हम विकसित भारत में हम विकसित छत्तीसगढ़ बनाने हेतु तत्पर हैं।
जब से विकसित भारत संकल्प यात्रा प्रारंभ हुई है इसमें प्रदेश के बड़ी संख्या में लोग भागीदार हुए है। उन्होंने आगे कहा कि हमारे छत्तीसगढ़ में जो पांच विशेष पिछड़ी जनजाति हैं इनके लिए 15 हजार आवास स्वीकृत हुए हैं। इनके बसाहट के लिए आवागमन की सुविधा हो, इसके लिए सड़कों स्वीकृति हुई है। इस योजना में पीवीजीटी लोगों के 366 बसाहटों में रोड पहुंचेगा। साथ ही लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य पूरा करने की दिशा में भी राज्य शासन तेजी से काम कर रही हैं। और आज प्रधानमंत्री द्वारा किये गये लोकार्पण शिलान्यास से राज्य की अधोसंरचना को मजबूती मिलेगी और प्रदेश के लिए विकास के नये युग का सूत्रपात होगा।
कार्यक्रम के अंत में विधायक चैतराम अटामी द्वारा हितग्राहियों को नवीनीकृत राशन कार्ड का भी वितरण किया गया। इस मौके पर विधायक चैतराम अटामी, जिला पंचायत सदस्य रामूराम नेताम, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती पायल गुप्ता, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अंति वेक, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुनीता भास्कर, नगर पालिका उपाध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप सिंह, अपर कलेक्टर राजेश पात्रे, संयुक्त कलेक्टर हिमाचंल साहू, डिप्टी कलेक्टर शिवनाथ बघेल, अतिरिक्त सीईओ मिथिलेश किसान, सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन, महिलाएं और युवा उपस्थित थे।
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