प्रधानमंत्री राजस्थान में 17,000 करोड़ रु से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास करेंगे

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से ‘विकसित भारत, विकसित राजस्थान’ कार्यक्रम को संबोधित करेंगे और इस दौरान 17,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बृहस्पतिवार को एक बयान में यह जानकारी दी. इसके मुताबिक ये परियोजनाएं सड़क, रेलवे, सौर ऊर्जा, विद्युत ट्रांसमिशन, पेयजल तथा पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस सहित कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों से संबंधित हैं.

प्रधानमंत्री राजस्थान में 5,000 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे. इनमें आठ-लेन दिल्ली-मुंबई ग्रीन फील्ड अलाइनमेंट (एनई-4) के तीन पैकेजों अर्थात बौंली-झालाई रोड से मुई विलेज सेक्शन, हरदेवगंज गांव से मेज नदी सेक्शन और तकली से राजस्थान/मध्य प्रदेश सीमा तक का सेक्शन शामिल है. पीएमओ ने कहा, ‘‘इनसे क्षेत्र में तेज और बेहतर संपर्क व्यवस्था होगी.

ये सेक्शन वन्यजीवों के निर्बाध आवागमन को सुविधाजनक बनाने के लिए छलावरण के साथ पशु अंडरपास और पशु ओवरपास से लैस हैं इसके अतिरिक्त, वन्यजीवों पर ध्वनि प्रभाव को कम से कम करने के लिए ध्वनि अवरोधकों का भी प्रावधान किया गया है.’’ प्रधानमंत्री काया गांव में राष्ट्रीय राजमार्ग एच-48 के दक्षिणपुर-शामलाजी सेक्शन के साथ देबारी में राष्ट्रीय राजमार्ग-48 के चित्तौड़गढ़-उदयपुर राजमार्ग खंड को जोड़ने वाले 6-लेन ग्रीनफील्ड उदयपुर बाईपास का भी उद्घाटन करेंगे. पीएमओ ने कहा, ‘‘यह बाईपास उदयपुर शहर की भीड़भाड़ कम करने में सहायक होगा.’’

प्रधानमंत्री कई अन्य परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे जो राजस्थान के झुंझुनू, आबू रोड और टोंक जिलों में सड़क आधारभूत अवसंरचना में सुधार करेंगी. क्षेत्र में रेल अवसंरचना को मजबूत करते हुए लगभग 2300 करोड़ रुपये की राजस्थान की आठ महत्वपूर्ण रेलवे परियोजनाओं को भी प्रधानमंत्री राष्ट्र को समर्पित करेंगे और उनकी आधारशिला रखेंगे. जिन रेल परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा उनमें जोधपुर-राय का बाग-मेड़ता रोड-बीकानेर सेक्शन (277 किलोमीटर), जोधपुर-फलोदी सेक्शन (136 किमी) और बीकानेर-रतनगढ़-सादुलपुर-रेवाड़ी सेक्शन (375 किमी) सहित रेल मार्गों के विद्युतीकरण के लिए विभिन्न परियोजनाएं शामिल हैं.

प्रधानमंत्री ‘खातीपुरा रेलवे स्टेशन’ को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इस रेलवे स्टेशन को जयपुर के लिए एक सेटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित किया गया है और यह ‘टर्मिनल सुविधा’ से लैस है जहां ट्रेनें शुरू और समाप्त हो सकती हैं. प्रधानमंत्री जिन रेल परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे उनमें भगत की कोठी (जोधपुर) में वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों की रखरखाव सुविधा, खातीपुरा (जयपुर) में वंदे भारत, एलएचबी आदि सभी प्रकार के रेक का रखरखाव, हनुमानगढ़ में ट्रेनों के रखरखाव के लिए कोच केयर कॉम्प्लेक्स का निर्माण और बांदीकुई से आगरा फोर्ट रेल लाइन का दोहरीकरण शामिल है.

पीएमओ ने कहा, ‘‘रेलवे क्षेत्र की परियोजनाओं का उद्देश्य रेल अवसंरचना का आधुनिकीकरण, सुरक्षा उपायों को बढ़ाना, संपर्क में सुधार करना तथा माल ढुलाई और लोगों की आवाजाही को अधिक कुशलता के साथ सुविधाजनक बनाना है.’’ प्रधानमंत्री क्षेत्र में नवीकरणीय ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ावा देने के एक कदम के रूप में राजस्थान में लगभग 5,300 करोड़ रुपये की महत्वपूर्ण सौर परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और राष्ट्र को समर्पित करेंगे.

वह राजस्थान के बीकानेर जिले में बरसिंगसर थर्मल पावर स्टेशन के आसपास स्थापित होने वाली 300 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना एनएलसीआईएल बरसिंगसर सौर परियोजना और केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (सीपीएसयू) योजना चरण-2 (भाग-3) के तहत एनएचपीसी लिमिटेड की 300 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजना की आधारशिला भी रखेंगे. प्रधानमंत्री बीकानेर में विकसित 300 मेगावाट की एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड नोखरा सोलर पीवी परियोजना भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे.

वह राजस्थान में 2,100 करोड़ रुपये से अधिक की विद्युत ट्रांसमिशन क्षेत्र की परियोजनाओं को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे. प्रधानमंत्री जल जीवन मिशन के अंतर्गत परियोजनाओं सहित लगभग 2,400 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे, जिसका उद्देश्य राजस्थान में स्वच्छ पेयजल प्रदान करने के लिए अवसंरचना को मजबूत बनाना है. प्रधानमंत्री जोधपुर में इंडियन ऑयल के एलपीजी बॉटलिंग प्लांट को राष्ट्र को समर्पित करेंगे.

पीएमओ ने कहा, ‘‘राजस्थान में इन विकास परियोजनाओं का आरंभ राजस्थान के अवसंरचना परिदृश्य को बदलने तथा प्रगति और विकास के अवसर पैदा करने के लिए प्रधानमंत्री के अथक प्रयासों को रेखांकित करता है.’’ यह कार्यक्रम राजस्थान के सभी जिलों में लगभग 200 स्थानों पर आयोजित किया जाएगा। मुख्य कार्यक्रम जयपुर में होगा. राज्यव्यापी कार्यक्रम में विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाखों लाभार्थी भाग लेंगे. कार्यक्रम में राजस्थान के मुख्यमंत्री, राजस्थान सरकार के अन्य मंत्री, सांसद, विधायक और स्थानीय स्तर के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे.

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