नई दिल्ली I कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी कल (14 फरवरी) राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल कर सकती हैं। सोनिया राजस्थान या हिमाचल प्रदेश से अपना नामांकन दाखिल कर सकती हैं। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के राज्यसभा जाने की अटकलें तेज हो गई हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सोनिया गांधी हिमाचल प्रदेश या राजस्थान से राज्यसभा के लिए चुना जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि स्वास्थ्य कारणों से सोनिया गांधी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी।
ऐसे में संसद में बने रहने के लिए और कुछ अन्य मुद्दों को सुलझाने के लिए राज्यसभा सीट उनके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। उधर सोनिया गांधी के राज्यसभा में जाने के बाद रायबरेली से प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की संभावना है। प्रियंका गांधी लंबे समय से उत्तर प्रदेश में सक्रिय रही हैं। विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने यूपी में काफी मेहनत की थी।
दरअसल, 27 फरवरी को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर सोमवार शाम अहम मीटिंग हुई। इसमें सोनिया गांधी को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की खाली हो रही राज्यसभा सीट ऑफर करने पर चर्चा हुई।प्रियंका गांधी ने आज तक कभी चुनाव नहीं लड़ा है। रायबरेली की सीट कांग्रेस की सबसे सुरक्षित सीट मानी जाती है। 1952 के पहले लोकसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस यहां सिर्फ तीन बार हारी है।
77 वर्षीय सोनिया गांधी पहली बार 1999 में कांग्रेस के गढ़ रायबरेली से लोकसभा के लिए चुनी गई थीं। तब से वह इस सीट से लगातार जीतती आ रही हैं। रायबरेली की पड़ोसी लोकसभा सीट अमेठी भी कभी कांग्रेस का गढ़ हुआ करती थी। 2004 से राहुल गांधी इसका प्रतिनिधित्व करते थे, लेकिन 2019 में भारतीय जनता पार्टी ने यह सीट जीत ली। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने गांधी परिवार से जोरदार मुकाबला कर अमेठी सीट पर कब्जा कर लिया।
कांग्रेस की मध्य प्रदेश कांग्रेस इकाई ने पार्टी की पूर्व प्रमुख सोनिया गांधी से राज्यसभा में राज्य का प्रतिनिधित्व करने की अपील की है। राज्य इकाई के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोमवार को बताया कि वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने हाल ही में दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात की और उनसे प्रदेश इकाई की मांग पर विचार करने का आग्रह किया। पटवारी ने एक बयान में कहा, ‘मध्य प्रदेश कांग्रेस चाहती है कि सोनिया जी राज्यसभा में राज्य का प्रतिनिधित्व करें। राज्य के सभी वरिष्ठ नेता और विधायक इस मांग पर एकमत हैं।’ उन्होंने कहा, ‘राज्य में कांग्रेस पार्टी को लगता है कि अतीत में प्रधानमंत्री का पद अस्वीकार करने वाली सोनिया जी अगर मध्य प्रदेश से राज्यसभा में जाएंगी तो लोगों की आवाज मजबूत होगी।’
पटवारी ने यह भी कहा कि अगर कमलनाथ राज्यसभा सदस्य बनने के इच्छुक हैं तो राज्य इकाई उनका समर्थन करेगी। मध्य प्रदेश से राज्यसभा में मौजूदा पांच सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इन पांच सीटों में से चार पर सत्तारूढ़ भाजपा और एक पर विपक्षी कांग्रेस का कब्जा है। प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 163 और कांग्रेस के 66 विधायक हैं। विधानसभा में अपने सदस्यों की संख्या के आधार पर कांग्रेस मध्य प्रदेश से एक राज्यसभा सीट जीत सकती है। चुनाव आयोग के अनुसार, 56 सीटों के लिए राज्यसभा का द्विवार्षिक चुनाव 27 फरवरी को होगा।
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