असम की लकड़ी से तैयार फर्नीचर सैलानियों की बन रहे पसंद

घर सजाने के लिए जितने पैसे खर्च किए जाएं उतने ही कम लगते हैं, लेकिन असम की टीक लकड़ी से बने फर्नीचर व अन्य उत्पाद घर को बेहतरीन लुक दे सकते हैं। ये बहुत टिकाऊ भी होते है। मेले के शिल्प बाजार में इस लकड़ी से तैयार स्टाइलिश फर्नीचर सैलानियों को भा रहे है। फर्नीचर के कारीगर अलग-अलग सुंदर डिजाइन में कुर्सी, टेबल, टी-सेट, सोफा सभी तरह के सुंदर दिखने वाले मजबूत आइटम असम राज्य की पेड़ की लकड़ियों से बनाते है।

ग्वालियर व्यापार मेले के शिल्प बाजार में सहारनपुर से आए आरिफ ने बताया कि हमारे पास 12 हजार से लेकर 65 हजार रुपये तक के उत्पाद मौजूद हैं। मेले में दस प्रतिशत की छूट भी दी जा रही है। इसके अलावा ग्राहक द्वारा दिए गए डिजाइन भी आर्डर पर तैयार किए जाते है। डाइनिंग टेबल की बात करें तो इसकी कीमत 35 हजार रुपये से लेकर 45 हजार रुपये तक है। उसके अलावा हमारे पास सोफा भी अलग-अलग डिजाइन में कई प्रकार की रेंज में मौजूद है। टीक की लकड़ी की बनी हुई कुर्सी या कोई से भी उत्पाद पर पेंट, कलर करके यह और भी सुंदर दिखने लगती है। इनके बनाए फर्नीचर देखने में खूबसूरत और बेहद टिकाऊ होते हैं।

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आरिफ ने बताया कि फर्नीचर की यह है खासियत असम की टीक लकड़ी से बने फर्नीचर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें दीमक नहीं लगती. जबकि लकड़ी के फर्नीचर में हमेशा दीमक लगने का खतरा बना रहता है। टीक लकड़ियों से बने कुर्सी या कोई भी समान काफी मजबूत और सुंदर डिजाइन का होता है। टीक की लकड़ियों से बने उत्पाद कई सालों तक चलते हैं। आरिफ ने बताया कि वह मेले में पिछले 18 साल से आ रहे हैं। इससे पहले दस्तकारी हाट बाजार में स्टाल लगा चुके हैं।

सहारनपुर फर्नीचर का बड़ा बाजार

आरिफ ने बताया कि सहारनपुर फर्नीचर का बड़ा बाजार है यहां फर्नीचर के उपयोग की सारी लकड़ियां मिल जाती हैं। सोफा सेट को लेकर उन्होंने बताया कि इसे दो से तीन कारीगर मिलकर बनाते हैं। इसे तैयार करने के लिए असम टीक की लकड़ी इस्तेमाल की जाती है। इंडोर एवं आउटडोर के लिए अलग-अलग डिजायन में तैयार किया जाता है।