देवों के राजा इंद्र का आहार है बघेलखंड का यह लोकप्रिय व्यंजन, इस वजह से कहलाया इंद्रहार

विविधताओं का देश भारत दुनियाभर में अपने खानपान के लिए भी काफी मशहूर है। यहां हर राज्य का अपना अलग स्वाद है, जिसे चखने दूर-दूर से लोग हमारे देश आते हैं। इतना ही नहीं यहां कई स्थानीय व्यंजन भी हैं, जो अपने अनोखे स्वाद की वजह से काफी पसंद किए जाते हैं। मध्य प्रदेश भारत का ऐसा ही एक राज्य हैं, जो अपने अनोखे खानपान के लिए जाना जाता है। अगर आप भी उन लोगों में से हैं, जो अलग-अलग तरह के व्यंजनों का स्वाद चखने के शौकीन हैं, तो आज हम आपको बताएंगे राज्य के ऐसे ही एक स्वादिष्ट व्यंजन के बारे में-

क्या है इंद्रहार?

मध्य प्रदेश का बघेलखंड अपने स्थानीय व्यंजनों के लिए काफी मशहूर है। बघेली व्यंजन के रूप में लोकप्रिय इस क्षेत्र के व्यंजनों में बहुत ज्यादा दाल, पालक और बहुत कम तेल और मसालों का इस्तेमाल किया जाता है। इन्हीं व्यंजनों में एक यहां की पारंपरिक रेसिपी इंद्रहार के बारे में शायद ही आपने कभी सुना होगा। यह राज्य के इस क्षेत्र में बनने में वाली एक बेहद लोकप्रिय डिश है, जिसे देवों के राजा इंद्र को प्रसन्न करने के लिए परोसा जाता है। खास बात यह है कि इस व्यंजन को इसका नाम भी भगवान इंद्र के नाम पर मिला है। इसका नाम इंद्रहार है, जिसका मतलब देवों के देव भगवान इंद्र को परोसा गया आहार होता है।

क्यों सेहतमंद है इंद्रहार?

बघेलखंड में बनाए जाने वाले 80 प्रतिशत भोजन में पालक और दाल का इस्तेमाल किया जाता है। इसी वजह से ये व्यंजन एक ग्लूटेन फ्री व्यंजन बनता है। बघेली व्यंजनों में तेल और मसालों का भी कम उपयोग होता है। बात करें इंद्रहार की, तो इसे बनाने के लिए भिगोई हुई दाल को सिल बट्टा का उपयोग कर पीसा जाता है। साथ ही ताजा सरसों के तेल का इस्तेमाल इस पकवान की सुगंध और पोषण मूल्य को बढ़ाता है।

जानें इंद्रहार बनाने का तरीका-

सामग्री

  • 4 बड़े चम्मच मूंग दाल
  • 4 बड़े चम्मच अरहर दाल
  • 4 बड़े चम्मच चना दाल
  • 4 बड़े चम्मच मसूर दाल
  • 4 बड़े चम्मच उड़द दाल
  • 2 हरी मिर्च
  • 1/2 इंच अदरक
  • 1 बड़ा चम्मच हल्दी पाउडर
  • 1 बड़ा चम्मच जीरा
  • ½ छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
  • 1 छोटा चम्मच धनिया पाउडर
  • ½ चुटकी हींग
  • स्वादानुसार नमक
  • तलने के लिए सरसों का तेल

ग्रेवी के लिए

  • 4 टमाटर
  • ½ इंच अदरक
  • ½ छोटी चम्मच जीरा
  • 2 तेजपत्ता
  • 1 दालचीनी की छड़ी
  • 2 लौंग
  • 1 छोटी चम्मच कसूरी मेथी
  • 1 छोटी चम्मच हल्दी पाउडर चाहिए
  • 1 चम्मच धनिया पाउडर
  • ½ चम्मच कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर
  • ½ कप दही
  • ½ चम्मच गरम मसाला
  • 2 बड़े चम्मच धनिया पत्ती
  • स्वादानुसार नमक

बनाने का तरीका

  • सबसे पहले सभी दालों को धोकर 3-5 घंटे के लिये भिगो दीजिएं और फिर इन्हें हरी मिर्च और अदरक के साथ दरदरा पीस लें।
  • इसे पेस्ट को मिक्सिंग बाउल में डालें और उसमें जीरा, हल्दी पाउडर, लाल मिर्च, धनिया पाउडर और स्वादानुसार नमक डालें।
  • मिश्रण को हल्का और फूला हुआ बनाने के लिए 5-8 मिनिट तक फेंटें।
  • एक बार हो जाने पर, एक सपाट प्लेट को तेल की मदद से चिकना करें और उसमें बैटर डालें और इसे समान रूप से फैलाएं।
  • इसे बॉयलर पर रखें और 15-20 मिनट तक या बैटर के समान रूप से पकने तक भाप में पकाएं।
  • इसे ठंडा करें और आपका इंद्रहार तैयार है। इसे छोटे चौकोर आकार में काट लें।
  • अब, इन्हें सरसों के तेल का उपयोग करके पैन में भूनें जब तक कि इसके ऊपरी परत सुनहरे भूरे रंग की न हो जाए।
  • अब करी बनाने के लिए टमाटर, अदरक और हरी मिर्च को मिलाकर बारीक पेस्ट बना लीजिए।
  • एक कढ़ाई गरम करें और उसमें तेल डालें। पर्याप्त गर्म होने पर इसमें जीरा, तेजपत्ता, दालचीनी, लौंग और कसूरी मेथी डालें।
  • इन्हें एक मिनट तक भूनें और इसमें टमाटर का पेस्ट, हल्दी पाउडर और धनिया पाउडर डालें। अच्छी तरह मिलाएं और अगले 5 मिनट तक पकाएं।
  • अब लाल मिर्च पाउडर डालें और तेल अलग होने तक पकाएं।
  • इसके बाद इसमें दही डालें और 2-3 मिनट तक चलाते हुए पकाएं।
  • फिर इसमें 100 मिलीलीटर पानी डालें और करी में उबाल आने तक पकाएं।
  • अब पैन में तले हुए इंद्रहार के टुकड़े, गरम मसाला डालें और स्वादानुसार नमक डालें।
  • 5 मिनट और पकाएं और फिर धनिए की पत्तियों से सजाएं और गरमागरम परोसें।