CG News :ITBP के जवानों ने जाने तनाव प्रबंधन के महत्व

कोण्डागांव,08 फरवरी । राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत कार्यालय उप महानिरीक्षक आईटीबीपी सेक्टर कोण्डागांव में तनाव प्रबंधन सह आत्महत्या रोकथाम कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0 आरके सिंह के आदेशानुसार एवं मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की जिला नोडल अधिकारी डॉ0 दिव्या तिवारी एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ0 भावना महलवार के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यशाला में आईटीबीपी के जवानों को तनावमुक्त जीवन जीने संबंधी विभिन्न गतिविधियां और क्रियाकलाप सोशल वर्कर वीरेंद्र केला एवं नर्सिंग ऑफिसर निधि साहू द्वारा कराए गए।

तनाव के बढ़ने से अवसाद की स्थिति निर्मित होती है, जिसका समय रहते प्रबंधन जरूरी है। जिनमें प्रमुख रुप से तनाव के कारक, उसके स्वरूप तथा इसके रोकथाम को एक्टिविटी के माध्यम से बताया गया। इसके साथ साथ बढ़ते तनाव के कारण जवानों में आत्महत्या में वृद्धि हुई है, जिसे सही समय पर लक्षण को पहचानने से उस व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है साथ ही काउंसलिंग और अपने भावनाओं को एक दूसरे से साझा करने से भी हम अपने समस्याओं का निराकरण कर सकते हैं। आत्महत्या जैसी गंभीर समस्या को लेकर लोगों के मन में बहुत से भ्रांतियां और अफवाह फैली हुई है जिन्हे जवानों के मध्य मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम द्वारा साझा कर दूर किया गया।

इस संबंध में मानसिक स्वास्थ्य टीम ने अपील की है कि यदि आप किसी व्यक्ति को जानते जो आत्महत्या वाले विचारो से संघर्ष कर रहे हैं तो उन्हें अपनी भावनाओं के बारे में किसी विश्वसनीय व्यक्ति के साथ बातचीत हेतु प्रेरित करें। यदि आप आत्महत्या वाले विचारांे से संघर्ष कर रहे हैं तो अपनी भावनाओं के बारे में किसी विश्वसनीय व्यक्ति के साथ बातचीत करने के लिए समय निकालें, उन्हें बताए कि आप कैसा महसूस कर रहे हैं। इसके साथ ही दल द्वारा जानकारी प्रदान की गई की किसी भी तरह की मानसिक समस्या होने पर व्यक्ति या उसके परिजन जिला अस्पताल के स्पर्श क्लीनिक ओपीडी कक्ष न. 09 में सलाह प्राप्त कर सकते है अथवा टेलीमानस टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 18008914416/14416 पर कॉल करके भी अपनी मानसिक समस्या का समाधान अपने कार्यस्थल पर ही ले सकते है।