किसी के कोमा में चले जाने का दुख केवल वही बयां कर सकता है, जिसकी नजरों के सामने उसका अपना न चाहते हुए भी अस्पताल के बिस्तर पर गहरी नींद में लेटा हो. अमेरिका की एक महिला की कुछ ऐसी ही हालत थी, जो पांच साल से बेटी के कोमा से बाहर आने की राह तक रही थी. यह मां हर दिन इस उम्मीद में अस्पताल जाकर बेटी के पास बैठती थी कि एक दिन वह उठकर उसे फिर से गले लगाएगी. आखिरकार वह सुखद घड़ी भी आई. लेकिन जिस तरह से बेटी कोमा से जागी, उसे देखकर मां घबरा गई.
मिशिगन की जेनिफर फ्लेवेलन एक कार हादसे के बाद चार साल 11 महीने के लिए कोमा में चली गई थीं. लेकिन जब उठीं, तो उन्होंने नजरों के सामने अपनी मां को पाया. जेनिफर की मां पैगी मीन्स उम्मीद न होते हुए भी बेटी से मिलने अस्पताल जाया करती थीं. लेकिन उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि बेटी ऐसे जागेगी.
यूनीलैड की रिपोर्ट के अनुसार, 25 सितंबर 2017 को एक भयानक कार हादसे के बाद जेनिफर को अस्पताल ले जाया गया, जहां वह कोमा में चली गईं. तब उनकी उम्र 36 साल थी. इलाज चलता रहा. जेनिफर की मां और उनके बच्चे आकर उन्हें रोज चुटकुले सुनाते और घर से जुड़ी बातें करते थे.60 वर्षीय पैगी ने बताया, शुरुआत में जेनिफर ज्यादातर सोई ही रहती थीं, लेकिन जैसे-जैसे वक्त बीतता गया वो मजबूत हुई और कोमा से बाहर आने की कोशिश करने लगीं.
डॉक्टर ने बताया चमत्कार
रिपोर्ट के अनुसार, 41 की उम्र में बेटी अचानक कोमा से जागी और जोर-जोर से हंसने लगी. डॉक्टरों ने पैगी को बताया कि उनकी बेटी ने उनके चुटकुलों पर प्रतिक्रिया दी थी. मिशिगन के मैरी फ्री बेड रिहैबिलिटेशन हॉस्पिटल में जेनिफर के डॉ. राल्फ वांग ने कहा, यह किसी चमत्कार से कम नहीं है. क्योंकि, ऐसा 1-2% मरीजों के साथ ही होता है.
पैगी ने बताया, कोमा में पड़ी बेटी की हंसी सुनकर मैं हैरान रह गई, क्योंकि काफी समय से मैंने उसकी आवाज नहीं सुनी थी. उस पल को याद करते हुए वह कहती हैं, जब जेनिफर उठी तो उसकी हंसी सुनकर मैं काफी घबरा गई थी. क्योंकि, उसने पहले कभी ऐसा नहीं किया था.
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