KORBA : राष्ट्रीय-राजमार्ग से 16 गांव की दूरी हो जाएगी कम, बनेगा 5.50 करोड़ का पुल

कोरबा,06 फरवरी । छुरी और कसरेंगा के बीच अहिरन नदी में 5.50 करोड़ की लागत से पुल तैयार होगा। नए वित्तीय वर्ष बजट में स्वीकृति के लिए सेतु निगम ने राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा है। पुल के अस्तित्व में आने से बांकीमोंगरा, अरदा, घनाकछार जमनीमुड़ा सहित खदान प्रभावित 16 गांव के ढाई लाख आबादी के लिए कोरबा-कटघोरा राष्ट्रीय राजमार्ग की दूरी 15 से 20 किलोमीटर कम हो जाएगी। साथ ही कोयला खदान में काम करने वाले कर्मचारियों के अलावा आम लोगों के लिए आवागमन आसान होगा। नए सरकार के राज्य बजट का आम लोगों को बेसब्री से इंतजार है।

खदान प्रभावित होने की वजह से जिले में भारी वाहनों की वजह से बायपास मार्ग की आवश्यकता है। कोयला खदान के विस्तार होने से आए दिन कालरी क्षेत्र में मार्ग परिवर्तित होते रहता है। राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ने के लिए कोयला खदान के आसपास जुड़े गांवों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। कटघोरा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले खदान क्षेत्र के रहवासियाें को राष्ट्रीय मार्ग से जुड़ना हो तो भारी वाहनाें प्रभावित मार्ग का सहारा लेना पड़ता है। रेल मार्ग दूरी अधिक होने के कारण क्षेत्र के खदानों से कोयले का परिवहन भारी वाहनों से होती हैं। ऐसे में कसरेंगा और छुरी के बीच पुल निर्माण का प्रस्ताव आम लोगों के लिए सुविधाजनक है।

खदान प्रभावित क्षेत्र के अलावा हर्राभांठा, जमनीमुड़ा, घनाकछार आदि ऐसे गांव हैं जहां के किसानों को निकटवर्ती धान उपार्जन केंद्र कटघोरा से जुड़ने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती। इन गांवों में हाईस्कूल की सुविधा नहीं है। बच्चों का अरदा अथवा बांकीमोंगरा के हाईस्कूल में पहुंचने में सात किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ती है। पुल बन जाने से विद्यार्थियों के लिए छुरी हाईस्कूल की दूरी कम हो जाएगी। इसी तरह कटघोरा कालेज पहुंचने में आसानी होगी। सेतु निगम से प्रस्तावित पुल की लंबाई 26 मीटर व चौड़ाई तीन मीटर है। पुल में भारी वाहनों का आवागमन नहीं होगा।

इस वजह से सामान्य दोपहिया और चार पहिया वाहन चालकों के लिए सुविधाजनक होगी। इस मार्ग पुल का निर्माण लंबे समय से की जा रही है। चुनाव निकट होने से स्वीकृति मिलने की संभावना बढ़ गई है। बढ़ेंगे स्वरोजगार अवसर पुल के निर्माण होने से मार्ग से जुड़ने वाले छोटे बड़े गांवों में स्वरोजगार के अवसर बढ़ेंगे। नदी किनारे खेती करने वाले किसानों को अपनी सब्जी फसल को खपाने के लिए छुरी, जेलगांव, जमनीपाली बाजार में अपने उत्पाद को खपाने में सहूलियत होगी। वर्षाकाल में नदी में पानी का प्रवाह होने बाजार में पसरा लगाने वालों को आवागमन बंद हो जाता है। पुल के अस्तित्व में आने से छोटे व्यवसाइयों को बाजार पहुंचने में बाधा नहीं होगी।

झोरा घाट में तैयार हो चुका है पुल छुरी से हसदेव नदी की दूरी चार और अहिरन की दूरी तीन किलो मीटर है। हसदेव नदी के झोरा घाट में पुल का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। एप्रोच मार्ग के लि भू-अधिग्रहण का काम राजस्व विभाग में लंबित है। अहिरन में भी पुल बनने से अजगरबहार, गढ़, लेमरू, सतरेंगा, धनगांव, चुईया, नर्मदा कछार, पांथा सहित 18 से भी अधिक गांव के रहवासियों को पाली पहुंचने के लिए कोरबा अथवा कटघोरा मार्ग का सफर तय नहीं करना पड़ेगा। पर्यटन स्थलों तक पहुंच होगी आसान पुल के अस्तित्व में आने से पर्यटन स्थलों तक पहुंच आसान होगी।

झोरा घाट में पिकनिक के लिए प्रतिदिन सैलानी दूर-दूर से आते हैं। झोरा पुल निर्माण मार्च तक पूरा होने की संभावना है। इस मार्ग में सतरेंगा, बांगों जैेसे प्राकृतिक सौंदर्य से भरे पर्यटन स्थल हैं वहीं कोसगाई जैसे एतिहासिक स्थल में कोसगाई देवी का दर्शन के लिए लोग पहुंचतेे हैं। ऊंचे पहाड़ पर स्थित मंदिर में चैत्र और क्वांर नवरात्रि में श्रद्धालु दीप प्रज्ज्वलित करते हैं। पुल निर्मित होने से पाली विकासखंड कटघोरा की दूरी कम होगी। फैक्ट फाइल सेतु निगम से प्रस्तावित पुल पुल का नाम प्रस्तावित राशि छुरी-कसरेंगा पुल- 5.50 करोड़ तिलईनाला पुल पाली- 6.34 करोड़ इमलीडुग्गू ओवर ब्रिज- 7.45 करोड़ बरबसपुर ओवर ब्रिज- 7.45 करोड़ छुरी- कसरेंगा के बीच अहिरन नदी में पुल निर्माण का काम प्रस्तावित है। प्राक्कलन तैयार कर राशि आवंटन की मांग शासन से की गई है। स्वीकृति मिलते ही निर्माण प्रक्रिया शुरू की जाएगी। एके जैन, कार्यपालन अभियंता, सेतु निगम