कोण्डागांव,05 फरवरी । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0 आरके सिंह के आदेशानुसार एवं जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम नोडल अधिकारी डॉ0 दिव्या तिवारी एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ0 भावना महलवार के मार्गदर्शन में शुक्रवार को आईटीबीपी सेक्टर के आईटीबीपी 41वीं वाहिनी कैंप में तनाव प्रबंधन सह आत्महत्या रोकथाम कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें आईटीबीपी के जवानों को तनावमुक्त जीवन जीने संबंधी विभिन्न गतिविधियां और क्रियाकलाप कराए गए। तनाव के बढ़ने से अवसाद की स्थिति निर्मित होती है।
जिसका समय रहते प्रबंधन जरूरी है। जिनमें प्रमुख रुप से तनाव के कारक, उसके स्वरूप तथा इसके रोकथाम को एक्टिविटी के माध्यम से बताया गया। इसके साथ साथ बढ़ते तनाव के कारण जवानों में आत्महत्या में वृद्धि हुई है। जिसे सही समय पर लक्षण को पहचानने से उस व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है साथ ही काउंसलिंग और अपने भावनाओं को एक दूसरे से साझा करने से भी हम अपने समस्याओं का निराकरण कर सकते हैं। आत्महत्या जैसी गंभीर समस्या को लेकर लोगों के मन में बहुत से भ्रांतियां और अफवाह फैली हुई है। जिन्हें जवानों के मध्य मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम द्वारा साझा कर दूर किया गया।
इसके साथ ही इस बात की जानकारी प्रदान की गई की किसी भी तरह की मानसिक समस्या होने पर जिला अस्पताल के स्पर्श क्लीनिक ओपीडी कक्ष न.09 में विजिट हेतू सलाह दिया गया एवं टेली मानस टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 18008914416/14416 में कॉल कर के भी आप अपनी मानसिक समस्या का समाधान अपने कार्यस्थल पर ही ले सकते है। इस कार्यक्रम में डीएमचपी टीम के सोशल वर्कर वीरेंद्र केला एवं नर्सिंग ऑफिसर निधि साहू सहित सभी आईटीबीपी जवान उपस्थित रहे।