CM के पद से इस्तीफा देने के पूर्व ही विधायकों के नाम छोड़ गये थे हेमंत सोरेन, लिखी थी ये बात…

रांची। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के पूर्व ही हेमंत सोरेन विधायकों के नाम पत्र लिख कर छोड़ गये थे. जिसे देर रात उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर जारी किया. पत्र में उन्होंने लिखा है कि आप अवगत हैं कि दिनांक 30.01.2024 को पार्टी विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया गया था कि किसी विपरीत परिस्थिति में अगर मुझे नेता विधायक दल का अपना पद छोडना पड़ा, तो उस परिस्थिति में विधायक दल के नये नेता का चयन मेरे द्वारा किया जायेगा, जो सर्वमान्य होगा । उपरोक्त प्रस्ताव पर सभी गठबंधन दल के विधायकों की बैठक में भी सहमति जतायी गयी थी.

सरकार गठन तक रांची मे ही रहने का निर्देश : हेमंत

सोरेन ने लिखा है कि बुधवार को इडी के समन के अनुपालन में उपस्थित होने जा रहा हूं. अगर मुझे गिरफ्तार कर लिया जाता है, तो ऐसी परिस्थिति में मैंने सम्यक विचारोपरांत चंपई सोरेन को विधायक दल का नया नेता नामित करने का निर्णय लिया है.

विधायक दल की बैठक में इन्हें विधिवत रूप से विधायक दल का नेता चुनने के उपरांत सभी सहयोगी दलों के नेताओं के साथ उनका समर्थन पत्र लेकर नये नेता के नेतृत्व में आप सभी विधायकगण राज्यपाल के समक्ष जाकर नयी सरकार के गठन का दावा पेश करेंगे एवं अपनी चट्टानी एकता का परिचय देते हुए नयी सरकार के गठन तक रांची में उपस्थित रहेंगे. श्री सोरेन ने लिखा है कि आपसबों के सहयोग, प्यार और आशीर्वाद से मैंने चार वर्षों तक विपरीत परिस्थितियों में सरकार को सफल नेतृत्व देने का यथासंभव प्रयास किया. जनहित के भी बहुत सारे कार्यों को पूरा किया. यह सब आपके सहयोग एवं समर्थन के बिना संभव नहीं था, इसके लिए मैं आप सबका सदा आभारी रहूंगा.

माता-पिता का ध्यान रखना

हेमंत ने लिखा है कि चलते-चलते यह भी अनुरोध करना है कि आप सब मेरी अनुपस्थिति में मेरे परिवार, मेरे पिता दिशोम गुरु शिबू सोरेन एवं माताश्री जिनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है,उनका भी ख्याल रखेंगे एवं मेरे छोटे भाई पर भी अपना स्नेह बनाये रखें.

चंपई सोरेन की चिट्ठी में क्या है?

विधायक दल के नेता चुने जान के बाद चंपई सोरेन ने राज्यपाल को जो पत्र सौंपा है, उसमें 47 विधायकों के समर्थन का दावा किया गया है. राज्यपाल को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि 31.01.2024 को झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक दल की बैठक में मुझे विधायक दल का नेता चुना गया है. इसके बाद गठबंधन दलों के सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से मुझे संयुक्त विधायक दल का नेता चुना है. साथ ही साथ नेता विधायक दल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, नेता राष्ट्रीय जनता दल, माले एवं अन्य का समर्थन पत्र इस पत्र के साथ संलग्न है. इस प्रकार मुझे 47 सदस्यों कासमर्थन प्राप्त है, जो बहुमत के आंकड़े से ज्यादा है.श्री सोरेन ने लिखा है कि निवेदन है कि मेरे दावे को स्वीकार करते हुए मुझे शीघ्र नयी सरकार के गठन के लिए मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त करने की कार्रवाई करें.

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