इंदौर। लंबे प्रयास के बाद जेब्रा को कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में लाया गया। अब कुछ और नए जानवरों को चिड़ियाघर में लाने की तैयारी चल रही है। बदले में शेर और बाघ दिए जाएंगे। इस बार आने वाले मेहमानों में जिराफ और चिंपांजी शामिल है। चिड़ियाघर प्रशासन अगले महीने तक सेंट्रल जू अथॉरिटी को इनके बारे में बताया। अधिकारियों के मुताबिक एनिमल एक्सचेंज के तहत ही जानवरों को चिड़ियाघर में लेंगे।
2020 से जेब्रा को लाने के लिए चिड़ियाघर प्रशासन प्रयास कर रहा था। मगर पिछले महीने अचानक जामनगर ने तुरंत जेब्रा को भेजने की बात कही। बदले में जामनगर को व्हाइट टाइगर दिया गया है। इन दोनों जेब्रा की जोड़ी को लेकर दर्शक काफी उत्साहित है। अब जिराफ और चिंपांजी को लाने की योजनाएं बनाई जा रही है। इसके लिए मौखिक रूप से सेंट्रल जू का अथॉरिटी को जानकारी दे दी गई है।
अगले महीने एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत जिराफ और चिंपांजी को लाने का प्रस्ताव दिया जाएगा। इस बारे में कई चिड़ियाघर से संपर्क किया है, जिसमें हैदराबाद, कोलकाता, पटना, दिल्ली के चिड़ियाघर से बीतचीत चल रही है। वहां से जिराफ और मुंबई और पटना से चिंपांजी के बारे में पूछा है। फिलहाल जिराफ को लाने से पहले चिड़ियाघर में बड़ा तैयार करना होगा।
इसके लिए अधिकारियों ने जगह चिन्हित कर ली है। हिरण-चीतल के पास वाले क्षेत्र में जिराफ का बाड़ा बनाया जाएगा। अधिकारी निहार पारुकर ने बताया कि अभी जिराफ और चिंपांजी को लाने का प्रयास किया जा रहा है, जिसकी प्रक्रिया पहले चरण तक पहुंच गई है। चिड़ियाघर में दर्शकों को देखने के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा।
आएंगे एनिमल एक्सचेंज के तहत
जिराफ और चिंपाजी को लाने के बादल में चिड़ियाघर प्रशासन को दूसरे जानवर देना होंगे। एनिमल एक्सचेंज के तहत ही जानवरों को यहां लाया जाएगा। यहां बाघ-शेर, चीतल, हिरण की संख्या अधिक है। वैसे अन्य चिड़ियाघर की जरूरत के हिसाब से जानवरों को भेजा जाएगा।
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