वाह कप्तान Rohit मान गए! बल्ले से धूम-धड़ाका, फिर चतुर कप्तानी से पलटा खेल, हिटमैन के इन फैसलों ने फेरा AFG के अरमानों पर पानी

वर्ल्ड कप 2023 में अपनी कप्तानी से खूब सुर्खियां बटोरने वाले कप्तान रोहित शर्मा ने चिन्नास्वामी में 17 जनवरी की रात को ऐतिहासिक जीत दिलाई। रोहित ने एकबार फिर साबित करके दिखाया कि क्यों उनकी गिनती भारत के सबसे सफल कप्तानों में की जाती है। तीसरे टी-20 में मुश्किल हालातों में बल्लेबाजी करते हुए रोहित ने पहले बल्ले से रंग जमाया।

शतकीय पारी के बाद मैदान पर रोहित ने अपनी शानदार कप्तानी से हर किसी को अपना मुरीद बना दिया। दूसरे सुपर ओवर में रवि बिश्नोई के हाथों में गेंद सौंपने से लेकर खुद को रिटायर्ड हर्ट करने के फैसले से रोहित ने चिन्नास्वामी में खूब महफिल लूटी। आइए आपको बताते हैं तीसरे टी-20 में हिटमैन ने अकेले दम पर कैसा अहम समय पर पलटा मैच।

रोहित शर्मा एक छोर पर खड़े थे और टीम इंडिया ने देखते ही देखते अपने चार बड़े विकेट गंवा दिए थे। यशस्वी जायसवाल, विराट कोहली और संजू सैमसन जैसे धाकड़ बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे। समय मुश्किल था, क्योंकि पारी को संभालने के साथ-साथ रनगति को भी बरकरार रखना था। हिटमैन ने दोनों काम को बखूबी अंदाज में संभाला।

रिंकू सिंह के साथ मिलकर पहले रोहित ने भारतीय टीम को संवारा और फिर अंतिम ओवरों में बल्ले से ऐसी तबाही मचाई कि कोहली के होम ग्राउंड में सिर्फ हिटमैन का ही शोर सुनाई दिया। 69 गेंदों पर रोहित ने 121 रन की यादगार पारी खेली, जिसके दम पर टीम इंडिया 22/4 के स्कोर से 212 तक के विशाल टोटल तक पहुंचने में सफल रही।

सुपर ओवर में किया खेल

पहले सुपर ओवर में रोहित शर्मा दो छक्के जमाने के साथ रंग जमा चुके थे। भारतीय टीम ने पांच गेंदों पर 15 रन बना लिए थे। आखिरी गेंद पर जीत के लिए दो रन की दरकार थी। दो रन चाहिए थे मतलब कि विकेट के बीच में तेजी से दौड़ लगाने की जरूरत थी। रोहित ने मैच की स्थिति और सही समय को देखते हुए खुद को रिटायर्ड हर्ट करने का फैसला ले लिया। रोहित के इस फैसले का अफगानिस्तान के खिलाड़ियों ने पुरजोर विरोध भी किया, पर नियम हिटमैन के पक्ष में थे।

रवि बिश्नोई पर खेला दांव

पहले सुपर ओवर में रोहित शर्मा देख चुके थे कि अफगानिस्तान के बल्लेबाजों को फास्ट बॉलर को खेलने में कोई परेशानी नहीं आई थी। मुकेश कुमार के ओवर में अफगानी बैटर्स ने 16 रन बटोरे थे। यही वजह थी कि दूसरे सुपर ओवर में भारतीय कप्तान ने बड़ा दांव खेला और गेंद स्पिन गेंदबाज रवि बिश्नोई के हाथों में सौंप दी। बिश्ननोई भी कैप्टन के भरोसे पर एकदम खरे उतरे और तीन गेंदों में दो विकेट लेकर टीम इंडिया की जीत पर मुहर लगा दी। रोहित अगर यह दांव नहीं खेलते, तो शायद मैच का नतीजा कुछ और भी हो सकता था।