कनकेश्वर धाम कनकी गांव में निकला 5.5 फिट का कोबरा(नाग), गांव के लोग मारते नहीं बल्की बचाने पर विश्वास रखते हैं

जितेंद्र सारथी ने किया रेस्क्यू।

कोरबा,18 जनवरी । जिले में प्रसिद्ध कनकेश्वर धाम मंदिर की अपनी एक अलग ही मान्यता हैं जहां भगवान भोलेनाथ की शिव लिंग जमीन से निकली हैं लोगों का मानना हैं यहां भगवान स्वयं विराजमान है और लोगों का मानना हैं दर्शन और जल अभिषेक से सारे मनोकामनाएं पूर्ण होते हैं साथ ही गांव वालों की सापों के प्रति विशेष महत्व हैं यहां जब भी साप दिखे उसको भगाने और बचाने पर ज्यादा विश्वास रखते हैं ऐसा ही कुछ हुआ बुधवार की दोपहर जब एक 5.5 फिट का लंबा नाग खेत से निकल कर छोटा नहर पार करते हुए सीधे घर में घूस गया जबकी देखने वालो ने उसे खेत तरफ वापस भगाने का प्रयास भी किया।

पर साप सीधे दरवाजे के छेद से घर अंदर चला गया, डरे सहमे गांव वालों ने उसको नुकसान पहुंचाए बगैर जंगल में छोड़ने की मनसा से इसकी जानकारी वाइल्डलाइफ रेस्क्यू टीम प्रमुख जितेंद्र सारथी को दिया जिसपर सारथी ने व्यस्थ होने के कारण थोड़े देर में पहुंचने की बात कहीं और आखिरकार दो घंटे के इंतजार के बाद जितेंद्र सारथी 26 किलोमीटर दूर कनकी गांव पहुंचे फिर एक किरने घंटो बैठे नाग को बाहर निकाला और डिब्बे में बंद किया तब जाकर गांव वालों ने राहत भरी सास लिया और धन्यवाद ज्ञापित किया फिर उसे जंगल में छोड़ दिया गया।

गांव वाले सापो को मारते नहीं बल्की करते हैं उसकी रक्षा।
जितेंद्र सारथी ने गांव वालों से पूछा की साप से डर नहीं लगता और मारते नहीं हों तब गांव वालों ने बताया डर तो लगता हैं पर हमारे गांव में स्वयं भगवान भोलेनाथ विराजमान हैं तो भला उसके गले में बैठे साप को हम कैसे मार सकते हैं हम सांपो को मारते नहीं बल्की उसकी रक्षा करते हैं।