महाराष्ट्र में कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। मिलिंद ने रविवार (14 जनवरी) सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। शनिवार को उनके कांग्रेस छोड़कर शिवसेना के शिंदे गुट में शामिल होने की खबर आई थी। इस मामले में ट्विस्ट तब आया, जब शनिवार की शाम को देवड़ा की तरफ से कांग्रेस न छोड़ने की जानकारी मिली। देवड़ा आज शिवसेना (शिंदे गुट) में शामिल होंगे।
देवड़ा ने रविवार को सोशल मीडिया पर लिखा- आज मेरे राजनीतिक सफर का एक महत्वपूर्ण अध्याय खत्म हुआ। मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इसी के साथ पार्टी के साथ मेरे परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता खत्म हो गया। मैं पार्टी के सभी नेताओं, सहकर्मियों और कार्यकर्ताओं का आभारी हूं।
देवड़ा के कांग्रेस छोड़ने के 2 संभावित कारण…
- मिलिंद देवड़ा महाराष्ट्र कांग्रेस के सीनियर लीडर रहे मुरली देवड़ा के बेटे हैं। मुरली देवड़ा केंद्र सरकार में मंत्री रहे थे। मुंबई दक्षिण सीट से हमेशा से ही कांग्रेस जीतती आई है और देवड़ा परिवार कई साल से इस संसदीय क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। लेकिन इस सीट से सांसद उद्धव गुट के नेता अरविंद सावंत हैं। सावंत इस सीट से दो बार चुने जा चुके हैं।
- लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A में सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा हो रही है। इस गठबंधन में उद्धव गुट की पार्टी शिवसेना (यूबीटी) भी शामिल है। उनके नेता अरविंद सावंत दो बार इस सीट को जीत चुके हैं। ऐसे में उद्धव कांग्रेस को ये सीट नहीं देना चाह रहे । रणनीतिकारों का मानन है कि गठबंधन की वजह से मिलिंद देवड़ा को कांग्रेस से टिकट नहीं मिलेगा।
जयराम रमेश बोले- इस्तीफे की टाइमिंग मोदी ने तय की
मिलिंद देवड़ा के पार्टी छोड़ने पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि इस्तीफे की टाइमिंग पीएम मोदी ने तय किया है। उनके पिता मुरली देवड़ा कांग्रेस के बड़े नेता थे। उनकी दोस्ती सभी पार्टियों से थी। लेकिन वे कांग्रेस के अटल और दृढ़ नेता थे। उन्होंने कांग्रेस का साथ कभी नहीं छोड़ा। वे मैं आज उन्हें याद कर रहा हूं।
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