हैदराबाद,13 जनवरी I तेलंगाना में हाल के वर्षों में कुछ ऐसी घटनाएं देखी गईं, जिनमें माता-पिता अपने ही बच्चों के हत्यारे बन गए। वे या तो शराब के नशे में थे या उन्हें अपने विवाहेतर संबंधों के खुलासा होने का डर था। कुछ मामलों में, वे अपने जीवनसाथी से बदला लेने के लिए राक्षस बन गए।
सबसे ज्यादा चौंकाने वाली घटना फरवरी 2022 में हुई। एक महिला ने अपने नौ साल के बेटे की हत्या कर दी थी। महिला को डर था कि उसका बेटा उसके अन्य पुरुष से विवाहेतर संबंधों के बारे में उसके पति को बता देगा। यह घटना नलगोंडा जिले के बुद्दाराम गांव में हुई थी। पलेती विजया (28) ने नागराज की तौलिये से गला घोंटकर हत्या कर दी क्योंकि उसे उसके किसी अन्य पुरुष के साथ संबंध के बारे में पता चल गया था और उसने यह बात उसके पति को बताने की धमकी दी थी।
पुलिस जांच में पता चला कि जब बच्चा नींद से उठा तो उसने अपनी मां को एक आदमी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखा। यह देखकर चकित होकर बच्चे ने अपनी मां से कहा कि वह अपने पिता से शिकायत करेगा। उसने अपने प्रेमी की मदद से तीसरी कक्षा के छात्र बच्चे की हत्या कर दी। महिला ने पुलिस को यह कहकर गुमराह करने की कोशिश की कि बच्चे की मौत तबीयत खराब होने के कारण हुई। जब उसके पति पलेती वेंकन्ना को उस पर संदेह हुआ। पुलिस ने उससे पूछताछ की तो सच्चाई सामने आई। पुलिस ने महिला के प्रेमी टी वेंकट रेड्डी (59) को भी गिरफ्तार कर लिया।
जांच से पता चला कि उसने वेंकन्ना को पैसे उधार दिए थे। कर्ज की किश्तें वसूलने की प्रक्रिया में वह वेंकन्ना की पत्नी के करीब आ गया था।
मार्च 2023 में निज़ामाबाद जिले में महिला ने अपने छह वर्षीय बेटे को झील में डुबोकर मार डाला था। पुलिस के मुताबिक, लावण्या (33) को शराब की लत थी और उसने जिम्मेदारियों से छुटकारा पाने के लिए अपने बेटे की हत्या कर दी। जी. भरत और लावण्या की शादी 12 साल पहले हुई थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि वह पहले भी उनके बेटे की जान लेने की असफल कोशिश कर चुकी है।
एरपुला धनराज ने अपनी पत्नी कंडीकांति लावण्या (23) की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी थी। फिर अपने 40 दिन के बेटे क्रियांश को पानी की टंकी में डुबो दिया था। यह भयावह घटना हैदराबाद के पास अबुल्लाहपुरमेट मंडल के अनाजपुर से सामने आई थी।
धनराज की ढाई साल की बेटी आद्या खुद को बचाने के लिए बाहर भागी और पड़ोसी के घर में शरण ली। उसने अपनी आंखों के सामने दो हत्याएं होती हुईं देखीं। धनराज एक राक्षस बन गया था।
आद्या ने बताया था कि उसने मेरी मां के चेहरे पर बीयर की बोतल से हमला किया और फिर उन्हें कुल्हाड़ी से काट डाला। इसके बाद उसने क्रियांश को पानी की टंकी में फेंक दिया। लावण्या के परिवार ने आरोप लगाया कि धनराज ने दहेज के लिए उसकी हत्या कर दी।
फरवरी 2021 में रंगारेड्डी जिले में एक युवती ने कथित तौर पर शराब के नशे में अपने दो साल के बेटे की गला दबाकर हत्या कर दी थी। परमेश्वरी (22) ने अपने ससुर वेंकटैया के साथ झगड़े के बाद इस घटना को अंजाम दिया था। घटना के समय परमेश्वरी का संगीतकार पति घर से दूर था। उसी वर्ष जनवरी में हैदराबाद में शराब के नशे में धुत एक व्यक्ति ने अपने 12 वर्षीय बेटे को आग लगा दी थी।
बाद में लड़के की जलने से मौत हो गई। लड़के ने मरने से पहले मजिस्ट्रेट को बयान देते हुए अपनी आपबीती सुनाई थी। शख्स ने पुलिस को बताया कि उसका बेटा अपनी पढ़ाई को गंभीरता से नहीं ले रहा था। नलगोंडा जिले में एक 24 वर्षीय महिला ने अपने दो साल के बेटे की हत्या कर दी थी। इसके बाद खुद भी आत्महत्या कर ली। 22 मई 2022 को हुई घटना में लास्या नाम की महिला ने पहले अपने बेटे सात्विक को छत के पंखे से लटकाया और फिर खुद भी लटक गई।
लास्या ने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि उसका पति दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहा था। पुलिस के मुताबिक, उसकी शादी रेलवे कर्मचारी नरेश से हुई थी। 2019 में उनकी शादी के समय लास्या के परिवार ने दहेज के रूप में 35 लाख रुपये देने का वादा किया था।
उन्होंने शुरुआत में नरेश को 10 लाख रुपये दिए थे। वह राज्य सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहा था। वह कथित तौर पर पैसे के लिए उसे परेशान करने लगा था। वहीं, नवंबर 2022 में एक महिला ने अपने प्रेम संबंध पर आपत्ति जताने पर अपने बेटे की हत्या कर दी। यह घटना महबूबनगर जिले के टंकारा गांव में हुई थी।
महिला ने अपने प्रेमी और दामाद की मदद से अपने कथित विवाहेतर संबंध पर सवाल उठाने पर अपने बेटे की हत्या कर दी थी। दयाम्मा नाम की एक विधवा महिला ने वेंकटेश (30) को घर आने पर छड़ी से मारा। इससे उसकी मौके पर मौत हो गई थी।
उसने अपने प्रेमी श्रीनिवास और अपने दामाद नरसिमुलु की मदद से रात के अंधेरे में शव को घर के पास एक झील में फेंक दिया। अगली सुबह, वह नकली आंसू बहाते हुए अपने बेटे का लापता होने की बात कही।
जब पुलिस ने वेंकटेश की तलाश शुरू की तो वह चुपचाप गांव से बाहर निकल गई। वेंकटेश का शव झील में मिला था। बाद में पुलिस की जांच से पता चला कि तीनों ने साजिश को कैसे अंजाम दिया।
दयाम्मा के पति की दस साल पहले बीमारी के कारण मौत हो गई थी। इसके बाद वह श्रीनिवास के साथ रिश्ते में आ गई थी। इस पर वेंकटेश आपत्ति जता रहा था। अप्रैल 2022 में 55 साल की एक महिला ने अपने बेटे की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी। इस मामले में महिला ने अपने पोते-पोतियों को बचाने के लिए यह कदम उठाया क्योंकि उसका बेटा शराब के नशे में उन पर हमला कर रहा था। यह घटना रंगारेड्डी जिले के इब्राहिमपटनम में हुई थी।
मार्च 2022 में एक 32 वर्षीय महिला ने अपने एक वर्षीय बेटे रुथविक की हत्या कर दी। इसके बाद एक इमारत की चौथी मंजिल से कूद गई। वह नीचे खड़ी बाइक पर जा गिरी और गंभीर रूप से घायल हो गई। दहेज के लिए पति की कथित प्रताड़ना से तंग आकर उसने यह कदम उठाया था। यह भयावह घटना हैदराबाद के मेट्टुगुडा इलाके में हुई थी। पुलिस ने थप्पेटा दिव्या तेजा के खिलाफ बेटे की हत्या का मामला दर्ज किया था।
उसने साल 2018 में महेंद्र से शादी की थी। शादी के समय उसके माता-पिता ने उसे दहेज के रूप में नकदी, सोने के आभूषण और घरेलू सामान दिए थे। दिव्या तेजा के परिवार ने आरोप लगाया कि खुद को सीए बताने वाला महेंद्र शादी के बाद से कभी काम पर नहीं गया। उसे एहसास हुआ कि उसने अपने माता-पिता के साथ मिलकर उसे धोखा दिया है। उसने कथित तौर पर उसे अतिरिक्त दहेज के लिए भी परेशान करना शुरू कर दिया था। वह एक अन्य महिला के साथ भी रिश्ते में था।
[metaslider id="347522"]