गुरुग्राम,13 जनवरी I गुरुग्राम के एक होटल में मॉडल दिव्या पाहुजा की गोली मारकर हत्या करने के बाद बलराज गिल और रवि बांगा ने उसे ठिकाने लगाया। दोनों बीएमडब्ल्यू कार में मॉडल का शव लेकर गए थे। शव को हरियाणा के टोहाना नहर से बरामद कर लिया गया है। वहीं नौ दिन बाद पुलिस ने गिल को कोलकाता से गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। रवि बांगा अब भी फरार है। दोनों को होटल मालिक अभिजीत सिंह ने शव ठिकाने लगाने की एवज में 10 लाख रुपए कैश दिए थे।
बलराज गिल दिल्ली हाईकोर्ट का वकील है। पुलिस ने बताया कि बलराज को कोलकाता से गिरफ्तार किया गया। सादे कपड़ों में मौजूद बिधाननगर पुलिस ने गिल को कोलकाता में देखा। हरियाणा पुलिस ने बताया था कि शायद गिल पश्चिम बंगाल की राजधानी में हो सकता है। दरअसल, गिल ने अपने एक फोन को स्विच ऑन किया था और हरियाणा पुलिस को उसकी लोकेशन कोलकाता में मिली। जिसके बाद बंगाल पुलिस के साथ जानकारी शेयर की गई और आखिरकार नौ दिन बाद उसे पकड़ लिया गया।
बिधाननगर के एक पुलिस अधिकारी ने कहा, हरियाणा पुलिस से जानकारी मिलने के बाद, सादे कपड़ों में मौजूद हमारे अधिकारियों ने उसे रोका। उस वक्त वह एयरलाइन के टिकट काउंटर पर पूछताछ कर रहा था। हरियाणा पुलिस ने बलराज और रवि के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किया था। इसके अलावा उनके ठिकाने के बारे में जानकारी देने वाले को 50,000 रुपये का इनाम देने का ऐलान किया था। गिल और बांगा को आखिरी बार गुड़गांव के होटल सिटी प्वाइंट के सीसीटीवी फुटेज में देखा गया था, जहां अभिजीत ने दिव्या की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
अभिजीत और होटल के दो कर्मचारियों द्वारा शव को कार के अंदर रखने में मदद करने के बाद दोनों बीएमडब्ल्यू कार लेकर चले गए थे। हत्या की जांच कर रही गुड़गांव पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) के अनुसार, बलराज और रवि ने अभिजीत से 10 लाख रुपये नकद मिलने की एवज में शव को ठिकाने लगाया। उन्होंने पटियाला में बस स्टैंड के पास कार को छोड़ दिया। इसके बाद दोनों पहले चंडीगढ़ और फिर ट्रेन के जरिए कोलकाता पहुंचे। हावड़ा स्टेशन पर दोनों ने अपनी राहें अलग कर लीं। गुरुग्राम पुलिस की एक टीम रवि का पता लगाने के लिए कोलकाता में रुकी हुई है।
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