रायपुर, 12 जनवरी । श्री गुरुगोबिंद सिंह जी के प्रकाश पूरब के अवसर पर निकली शोभा यात्रा में अमृत पान की झांकी आकर्षण का केंद्र रही। खालसा पंथ के संस्थापक दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने अमृत की दात देकर अधर्म के विरुद्ध लड़ने वाली खालसा सेना तैयार की जिसकी एक झलक छत्तीसगढ़ सिक्ख काउंसिल द्वारा गुरु पर्व के अवसर पर बनाई गई आकर्षक झांकी में प्रदर्शित की।
उल्लेखनीय है कि 1699 में आनन्दपुर साहिब में गुरु गोबिंद सिंह जी ने शीश (सर) लाखो की संख्या में उपस्थित जान समूह से मांगा था तब 5 गुरु के सेवक भाई मोहकम सिंह गुजरात, भाई दया सिंह लाहौर, भाई सहिबचन्द कर्नाटक बीदर, भाई धरम राय उत्तरप्रदेश हस्तिनापुर, भाई हिम्मत राय उड़ीसा जगन्नाथ पूरी से तैयार हुए जिन्हें अमृत छकाकर खालसा सजाया और भी स्वयं भी गोबिंद राय से गोबिंद सिंह बने ।
छत्तीसगढ़ सिक्ख काउंसिल के प्रदेश अध्यक्ष अमरजीत सिंह छाबड़ा ने बताया कि सिक्ख समाज के गौरवशाली इतिहास से सभी को परिचित कराने झांकी के माध्यम से पहल की गई छत्तीसगढ़ सिक्ख काउंसिल के अमरजीत सिंह छाबड़ा, गगन सिंह हंसपाल, पप्पू सलूजा जसप्रीत सिंह सलूजा,, भूपेन्द्र मक्कड़, कंवलजीत सिंह बंगा, दलविंदर सिंह, मोगा बंटी, वयोगेश सैनी लखविंदर सिंह, जस्सी खनूजा, गगनदीप बदेशा, मनजीत सैनी इस दौरान उपस्थित थे।
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