नाबालिगों ने अंध विश्वास के चलते फांसी की रस्सी पाने की लालच में दोस्त की कर दी हत्या, गला घोंटा और फंदे से लटका दिया, लाश को खेत में कर दिया दफ़न

बिलासपुर,11 जनवरी । बिलासपुर में 3 साल से लापता युवक विकास का कंकाल मिलने के मामले में नया खुलासा हुआ है। नाबालिगों ने अंध विश्वास के चलते फांसी की रस्सी पाने की लालच में दोस्त की हत्या की। युवक का गला घोंटा और उसे फंदे से लटका दिया था। इसके बाद लाश को खेत में गाड़ दिया था।

विकास की हत्या के बाद जब आरोपी पकड़े नहीं गए तो उनका हौसला बढ़ गया। आरोपियों ने रुपयों की लालच में फिर एक दोस्त की हत्या कर दी। इस केस में आरोपियों को 2 साल पहले पकड़ा गया था। मस्तूरी पुलिस ने दो दिन पहले ही लापता युवक का कंकाल बरामद किया था।

मल्हार निवासी विकास कुमार कैवर्त्य 2020 में धनतेरस के दिन लापता हो गया था। पुलिस मामले की जांच करती रही, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा। वहीं बेटे का पता नहीं चलने पर परिजन थाने के चक्कर काटते रहे। इसे देखते हुए पुलिस ने फिर नए सिरे से जांच शुरू की थी।

डीएसपी उड्‌डयन बेहार ने बताया कि दीपक लोहार, विकास कैवर्त्य व अजय भैना व उसके नाबालिग दोस्त चोरी करते और जुआ खेलते थे। तीन साल पहले अजय भैना को किसी तांत्रिक ने बताया था कि फांसी की रस्सी साथ में रखकर जुआ खेलने से हार नहीं होती। इसके चलते उन्होंने विकास की हत्या की।

दूसरे दोस्त को भी मारकर दफनाया था

विकास के लापता होने के करीब साल भर बाद मल्हार के पुरातत्व स्थल पर मिट्‌टी में दबा एक युवक का शव मिला था। पुलिस ने थानों में गुमशुदगी को लेकर जानकारी जुटाई। इस बीच युवक की पहचान मल्हार निवासी दीपक लोहार ( 35 ) के रूप में हुई। परिजनों से पूछताछ में पता चला कि दीपक 6 दिन से लापता था।

पुलिस जांच में पता चला था कि आखिरी बार उसे अजय और मणिशंकर के साथ देखा गया था। पुलिस ने दोनों आरोपियों के घर से दीपक के खून से सने कपड़े और हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी बरामद की थी। पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपियों सहित 4 नाबालिगों को भी पकड़ा था। अजय भैना अभी सेंट्रल जेल में बंद है, जिससे पुलिस पूछताछ करेगी। वह भी विकास की हत्या में शामिल रहने का आरोपी बताया जा रहा है।

पैसों के बंटवारे को लेकर हुए विवाद में दीपक को मारा

डीएसपी उड्‌डयन बेहार ने बताया कि विकास की हत्या के करीब साल भर बाद अजय और मणीशंकर सहित उसके चार नाबालिग दोस्तों ने मिलकर एक बाइक चोरी की थी। उसे दीपक ने गिरवी रखकर पैसे ले लिए थे। उसके साथियों ने जब पैसों के बंटवारे की बात की तो वह मुकर गया। इस बात पर अजय और मणीशंकर ने अपने नाबालिग दोस्तों के साथ मिलकर कुल्हाड़ी मारकर दीपक की भी हत्या कर दी और शव को जमीन में गाड़ दिया था।

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