कांग्रेस की “भारत जोड़ो न्याय यात्रा” मणिपुर से होगी शुरू, सरकार ने इन शर्तों के साथ दी इजाजत

नई दिल्ली: कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) को मणिपुर से हरी झंडी दिखाने की अनुमति मिल गई है. मणिपुर सरकार ने कांग्रेस को कुछ शर्तों के साथ इजाजत दी है. मणिपुर में हिंसा को देखते हुए पहले राज्य सरकार ने कांग्रेस की इस यात्रा को इजाजत नहीं दी थी, उसके बाद जब कांग्रेस की ओर से ये मुद्दा उठाया गया तो मणिपुर के गृह विभाग ने इंफाल पूर्व के जिलाधिकारी को इस मामले में पत्र लिखा था.

कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि मणिपुर सरकार ने इंफाल के ‘पैलेस ग्राउंड’ से ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ शुरू करने के लिये अनुमति देने से इंकार कर दिया है. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस यात्रा की शुरुआत के लिए इंफाल में किसी दूसरे स्थान का चुनाव करेगी. उन्होंने कहा, “हम प्रतिबद्ध हैं कि मणिपुर और इंफाल से ही यात्रा शुरू करेंगे.”

इसके बाद इंफाल पूर्व के डीएम ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए शर्तों के साथ इजाजत दी है. शर्त के मुताबिक, यात्रा की शुरुआत के दौरान सीमित संख्या में लोग शामिल होंगे. इसके अलावा जो लोग शामिल होंगे उनके नाम प्रशासन को पहले ही भेजने होंगे.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ 14 जनवरी को इंफाल से शुरू होने वाली है और 20 मार्च को मुंबई में इसका समापन प्रस्तावित है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया था कि हम 14 जनवरी से भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू करने जा रहे हैं. राहुल गांधी के नेतृत्व में यह यात्रा मणिपुर के इंफाल से शुरू होगी और मुंबई में समाप्त होने से पहले देश के 15 राज्यों से होकर गुजरेगी. यह यात्रा 110 जिलों, 100 लोकसभा सीटों और 337 विधानसभा सीटों को कवर करेगी. इस यात्रा के रूट में अब अरुणाचल प्रदेश को भी शामिल किया गया है.

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