रायसेन। खनिज माफियाओं की वन क्षेत्र में घुसपैठ बंद कराने शनिवार को हकीमखेड़ी वन क्षेत्र में वन विभाग की टीम जेसीबी से रास्ते बंद करा रही थी, इस दौरान 30 से 40 लोगों ने मौके पर पहुंचकर हंगामा किया और डिप्टी रेंजर लालसिंह पूर्वी पर हमला कर दिया। हमले में घायल डिप्टी को उपचार के बाद भोपाल रेफर किया गया है। कलेक्टर, एसपी, डीएफओ सहित पुलिस व वन आमला मौके पर कार्रवाई के लिए पहुंच गए हैं।
हकीमखेडी वन क्षेत्र में हो रहे पत्थर के अवैध उत्खनन को रोकने शनिवार की सुबह डिप्टी रेंजर लालसिंह पूर्वी व वीट गार्ड रूपसिंह यादव जेसीबी लेकर पहुंचे। वे उन सारे रास्तों को बंद करा रहे थे, जहां से वाहनों की आवाजाही होती है। इसी दौरान हकीमखेड़ी के सरपंच पति 30 से 40 लोगों के साथ मोटर साइकिल के पहुंचे और डिप्टी रेंजर के वहस करने लगे। कुछ देर बाद वे लोग वापस चले गए। विवाद की स्थिति देख डिप्टी रेंजर की सूचना पर डिप्टी रेंजर जीवन सिंह पवार, वनपाल राधा सोलंकी व वनरक्षक मोतीसिंह जादव भी मौके पर पहुंच गए।
कुछ देर बाद सरपंच पति तौफीक डंडे, हाकी स्टिक व रॉड लिए 30 से 40 लोगों के साथ फिर लौटा, इस बार उन्होंने डिप्टी रेंजर लालसिंह पूर्वी पर हमला कर दिया। घायल डिप्टी रेंजर को वनकर्मी अस्पताल लेकर आए। सिर में गंभीर चोट आने पर उन्हें भोपाल रेफर किया गया है। सूचना मिलते ही कलेक्टर अरविंद दुबे, एसपी विकास शहवाल, डीएफओ विजय सिंह अस्पताल पहुंच गए। यही से सारे अधिकारी पुलिस बल व वन अमले के साथ घटना स्थल के लिए रवाना हो गया।
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