नारायणपुर । आदिम जाति अनुसूचित जाति विकास विभाग की ओर से 15 दिसम्बर को राष्ट्र कथा शिविर (शैक्षणिक भ्रमण) के लिए अबूझमाड़ के छात्र-छात्राओं को ग्राम प्रांसला (राजकोट) गुजरात भेजा गया था। यह कार्यक्रम 17 से 24 दिसम्बर तक चला, जिसके पश्चात् भ्रमण में गयी टीम 27 दिसम्बर को वापस नारायणपुर पहुंची। सहायक आयुक्त बद्रीश सुखदेवे के नेतृत्व में भ्रमण में गये छात्र-छात्राओं को कलेक्टर अजीत वसंत से कार्यालय में मुलाकात कराया गया। कलेक्टर ने छात्र-छात्राओं से शैक्षणिक भ्रमण का फीडबैक लिया और पूछा कि भ्रमण के दौरान गुजरात में आप लोंगो ने क्या-क्या देखा एवं क्या-क्या सीखा। शैक्षणिक भ्रमण कर लौटे छात्रों ने कहा कि हमने वहां अबूझमाड़ से अलग शिक्षित माहौल में लोग कैसे रहते हैं तथा जीवन यापन कैसे करते हैं यह देखा। हमें इस राष्ट्रकथा शिविर शैक्षणिक भ्रमण में अपने जीवन को कैसे जीना है तथा पढ़ाई के प्रति अनुशासन कैसे बनाना है यह इसरो के वैज्ञानिकों एवं शिक्षाविदों ने समझाया। जीवन में किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए शिक्षा को सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण समझना है यह बताया।
विद्यार्थियों ने बताया कि उन्हें इस भ्रमण के दौरान भारत के स्वर्णिम इतिहास एवं देश-विदेश के बारे में जानने समझने का अवसर प्राप्त हुआ।
बच्चों ने कहा कि हम सभी ट्रेन के रास्ते वहां पहुंचे जो कि यह हमारा पहला ट्रेन यात्रा था, यह भी हमारे जीवन के लिए यादगार हो गई विद्यार्थियों ने कलेक्टर से कहा कि शासन प्रशासन के पहल से इस शैक्षणिक भ्रमण का मौका मिला इसके लिए हम आपको धन्यवाद देते हैं। जिस पर कलेक्टर ने बच्चों को अच्छे से पढ़ाई करने एवं अपने अबूझमाड़, नारायणपुर जिला एवं राज्य तथा देश का नाम रौशन करने के लिए मार्गदर्शन दिया।
इस मौके पर सहायक आयुक्त बद्रीश सुखदेवे के साथ मण्डल संयोजक नारायणपुर घनश्याम पात्र, मण्डल संयोजक ओरछा वासुदेव भारद्वाज, शैक्षणिक भ्रमण टीम प्रभारी एवं अधीक्षक बालक आश्रम तोके बुधराम कुमेटी, अधीक्षिका कन्या आश्रम सोनपुर श्रीमती संते आँचला एवं सहायक कर्मचारी वेदवंत समरथ मौजूद थे।
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