मुंबई,09जून 2025 : देश में पवन चक्कियां चलाने वाली सबसे बड़ी कंपनियों में से एक रिन्यूएबल सेक्टर की सुजलॉन एनर्जी में बड़ा फेरबदल देखने को मिला है. कंपनी के प्रमोटर्स ने सोमवार 9 जून को एक बड़ी ब्लॉक डील की है. इसमें कंपनी के करीब 1,300 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर्स बेच दिए गए हैं. आखिर क्या है इसके पीछे का पूरा मामला और क्या इससे कंपनी के शेयर प्राइस पर असर आने वाला है. चलिए समझते है.
सीएनबीसी टीवी-18 के मुताबिक सुजलॉन एनर्जी के प्रमोटर तंती फैमिली एंड ट्रस्ट काफी समय से कंपनी के 20 करोड़ शेयर को ब्लॉक डील में ऑफलोड करने की कोशिश कर रहे थे. सोमवार को कंपनी के 19.81 करोड़ शेयर्स को ब्लॉक डील में एक्सचेंज किया गया. इनकी कीमत 66 रुपये प्रति शेयर की वैल्यू पर करीब 1,309 करोड रुपये बैठती है.
प्रमोटर्स के पास बचे कितने शेयर?
सुजलॉन एनर्जी के प्रमोटर तंती फैमिली एंड ट्रस्ट ने जितने शेयर्स की ब्लॉक डील की है, वह कंपनी की 1.45 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है. 31 मार्च 2025 की समाप्ति तक तंती फैमिली एंड ट्रस्ट के पास कंपनी की 13.25 प्रतिशत हिस्सेदारी थी, जो इस ब्लॉक डील के बाद और कम हो जाएगी. जबकि कंपनी के बाकी शेयर पब्लिक शेयरहोल्डिंग में है. प्रमोटर्स ने 64.75 रुपये प्रति शेयर के भाव पर ये ब्लॉक डील की है. ये शुक्रवार को कंपनी के बंद शेयर प्राइस से 2.9 प्रतिशत कम कीमत थी. इस तरह इस ब्लॉक डील की टोटल वैल्यू 1,295 करोड़ रुपये है. इस शेयर ट्रांजेक्शन के बाद 180 दिन का लॉक-इन पीरियड लागू हो जाएगा, जो कंपनी के शेयरों में किसी अन्य सेल को रोकने का काम करेगा.
किसके पास सुजलॉन के कितने शेयर
मार्च तक के शेयरपैटर्न को देखें तो सुजलॉन एनर्जी की 4.17 प्रतिशत हिस्सेदारी है. वहीं 2 लाख रुपये तक का निवेश रखने वाले करीब 56 लाख रिटेल इंवेस्टर्स के पास कंपनी की 25.12 प्रतिशत हिस्सेदारी है. जबकि 13.59 प्रतिशत हिस्सेदारी ऐसे शेयरहोल्डर्स के पास है जिनका निवेश 2 लाख रुपये से अधिक है.
उम्मीद से बेहतर परिणाम
हाल में सुजलॉन एनर्जी ने उम्मीद से बेहतर परिणाम दिया है. मार्च में समाप्त तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड प्रॉफिट 365 प्रतिशत बढ़कर 1,181 करोड़ रुपये रहा है. जबकि इससे ठीक एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड प्रॉफिट 254 करोड़ रुपये था.