कोरबा, 22 दिसंबर । कोरबा जिलान्तर्गत कटघोरा वन मंडल हाथियों के लिए अब बेहतर घरौंदा बन चुका है अक्सर हाथियों का झुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पार करता है। एक लोनर हाथी फिर से राष्ट्रीय राजमार्ग पार करने की कोशिश कर रहा था लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग पर दौड़ रही गाडीयो के कारण वह सड़क को पार नहीं कर पा रहा था। वह इधर-उधर हो रहा था। इस बीच जब राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजर रहे वन अफसरों की नजर उस पर पड़ी तो उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद करा गजराज को सड़क पार कराया। इसके बाद सड़क पर यातायात को बहाल किया गया।
उल्लेखनीय है कि अभी कटघोरा वन मंडल के विभिन्न वन परिक्षेत्र में 50 से अधिक हाथियों का बसेरा है जिसमें से केंदई परिक्षेत्र में भी हाथी लगातार विचरण कर रहे हैं। हाथियों का झुंड अक्सर केंदई परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कापा नवापारा के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग को पार करते हैं जिसकी वजह से अकसर राष्ट्रीय राजमार्ग की रफ्तार थम जाती है।
बताया जाता है कि एक लोनर हाथी कापा नवापारा के पास सड़क पार करने की कोशिश कर रहा था लेकिन सड़क पर यातायात का दबाव इतना था कि वह हाथी सड़क पर नहीं कर पा रहा था और यहां वहां उछल कूद मचा रहा था। सड़क किनारे आकर वह बार-बार अपने कदम पीछे खींच ले रहा था। इसी बीच देर शाम को बिलासपुर सीसीएफ राजेश चंदेल व कटघोरा डीएफओ कुमार निशांत टिहरीसराई से वापस लौट रहे थे जहां उनकी नजर इस उक्त लोनर हाथी पर पड़ी तो उन्होंने अपनी गाड़ी को रोका। फिर हाथी की हरकत देख उन्हें तत्काल समझ में आ गया कि वह सड़क पार करना चाहता है जिसके उपरांत अधिकारियों ने ही बीड़ा अपने हाथों में उठा लिया। राष्ट्रीय राजमार्ग पर दोनों तरफ अधिकारी जा पहुंचे और राष्ट्रीय राजमार्ग की रफ्तार रोकी गई जिसके उपरांत हाथी सड़क पार कर जंगल की ओर चला गया। लगभग 20 से 25 मिनट इसकी वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग की रफ्तार रुकी रही। हाथी को राष्ट्रीय राजमार्ग सुरक्षित पार कराकर वन विभाग के अधिकारी वापस लौटे
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