प्रभु श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या धाम में श्री राम – जानकी विवाहोत्सव के शुभ अवसर पर आ. मती रेखा शर्मा ‘स्नेह’ संस्थापिका,अध्यक्ष काव्य हिंदुस्तान अंतर्राष्ट्रीय साहित्य एवं दुर्गेश दुबे ‘दुर्लभ’ नंवाकुर अंजलि साहित्यिक समूह संस्था के साझा संयोजन में अंतर्राष्ट्रीय कवि सम्मेलन एवं राम – जानकी विवाहोत्सव सम्मान समारोह का साहित्यिक एवं सांस्कृतिक आयोजन किया गया जिसमें माता कौशिल्या की जन्मभूमि एवं प्रभु श्री राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ से डॉ लक्ष्मी करियारे (शिक्षिका लोक गायिका कवयित्री गीतकार )डॉ सूरज श्रीवास ( लोक गायक कवि गीतकार छालिवुड अभिनेता ) अतिथि के रूप में कार्यक्रम में सम्मिलित हुए l इन्हें गोस्वामी तुलसी दास सम्मान 2023 से सम्मानित किया गया l
कार्यक्रम का शुभारंभ इनके द्वारा गाये गये छत्तीसगढ़ महतारी के गौरव गीत राजगीत से हुआ l साथ अन्य पारम्परिक गीतों की प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया l विभिन्न प्रांतों से आयें साहित्यकार छत्तीसगढ़ की लोक गीतों पर झूमकर नाचे और आनंद लिए l ज़िले के ये लोक कलाकार अपने सुंदर वेशभूषा ( छत्तीसगढ़ीया संवागा ) एवं छत्तीसगढ़ी लोक गीतों की मधुर प्रस्तुति के कारण अपनी अलग पहचान रखते हैं l छत्तीसगढ़ की अद्वितीय अनुपम अलौकिक अद्भुत अमर लोक संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु प्रयासरत है l
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