संसद में “स्मोक अटैक” से पहले सागर करने वाला था सुसाइड, पूछताछ में खोले कई राज…


Smoke Attack:
 संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में लगातार नए अपडेट सामने आ रहे हैं. गिरफ्त में आए आरोपी भी पूछताछ में कई नए राज खोल रहे हैं. इसी कड़ी में पुलिस के हत्थे चढ़े सागर शर्मा ने भी पूछताछ के दौरान कई राज उगले हैं. दरअसल संसद में कूद-फांद मचाने और स्मोक अटैक से पहले ही सागर का प्लान कुछ और ही था. सागर शर्मा ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह स्मोक अटैक होने से पहले ही सदन में आत्महत्या करने वाला था. सागर शर्मा ने बताया कि संसद में सिर्फ हंगामा करना मकसद नहीं था बल्कि इसको लेकर बड़ी योजना थी. 

सुसाइड करने की बनाई गई थी योजना


संसद की सुरक्षा उल्लंघन मामले के बीच पकड़े गए आरोपी कई तरह के खुलासे कर रहे हैं. सागर शर्मा ने पुलिस इनक्वायरी में बताया इस घटना के लिए कई प्लान बनें. स्मोक अटैक से पहले हमने सुसाइड करने की योजना बनाई थी. सागर ने बताया कि एक जेल लगाकर संसद भवन के सामने आत्महत्या करने की योजना बनाई थी. 

लेकिन जेल ना खरीद पाने की वजह से ही इस योजना में बदलाव करना पड़ा. जब आरोपियों को लगा कि वह जेल नहीं खरीद पाएंगे और आत्मदाह नहीं हो पाएगा तो उन्होंने संसद भवन में घुसकर दहशत मचाने की योजना बनाई और इसमें वह लोग कामयाब भी हुए. 

राजनीतिक पार्टी बनाना चाहते थे आरोपी


पुलिसिया पूछताछ में आरोपियों ने ये भी माना है कि वह संसद में हंगामा करने के साथ ही मशहूर होना चाहते थे यही नहीं इसके बाद उनकी एक राजनीतिक पार्टी बनाने की भी मंशा थी. इन लोगों का मकसद था कि वह कोई ऐसा बड़ा प्लेटफॉर्म ढूंढे जहां से उन्हें सबसे ज्यादा मीडिया कवरेज मिल सके. इसके लिए इन्होंने संसद भवन को चुना. 

आरोपियों के बयानों में नहीं समानता


पूछताछ के दौरान हर आरोपी अलग-अलग बयान दे रहा है. इसके लिए भी लगता है इन लोगों ने पहले ही योजना बना ली थी, ताकि अपने अलग-अलग बयानों से वह पुलिस को गुमराह कर सकें. यही वजह है कि पुलिस भी अब तक स्पष्ट नतीजे पर पहुंच नहीं पाई है. बता दें कि इस मामले में पुलिस की स्पेशल सेल ने अब तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, इनमें तीन को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है इनमें सागर, ललित और मनोरंजन शामिल हैं. 

आतंकी संगठन और विदेश फंडिंग पर पुलिस की नजर


इस पूरे मामले को लेकर पुलिस भी अलर्ट मोड पर है. पुलिस इस घटना के पीछे आरोपियों की असली वजह और इसमें किसी दूसरे दुश्मन देश के शामिल होने के तारों को भी जोड़ने की कोशिश कर रही है. इसके लिए पुलिस की नजर आतंकी संगठनों या फिर इस मामले में विदेशी फंडिंग को लेकर भी बनी हुई है.  पुलिस को शंका है कि इस मामले में विदेशी फंडिंग हो सकती है. पुलिस इस एंगल से जांच में जुटी हुई है.

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