काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के दो साल पूरे होने पर दिखा लोक उत्सव जैसा नजारा

वाराणसी । काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के दो साल पूरे होने पर लोक महोत्सव जैसा नजारा दिखा। हर-हर, बम-बम के जयघोष से गंगा के किनारे से लेकर धाम क्षेत्र में गूंज रही। शहर की सड़कों पर भक्तों की टोली भगवान शिव के आराध्य भगवान राम की भक्ति में सराबोर नजर आई।

सामाजिक संस्थाओं की ओर से धाम क्षेत्र में दीप भी जलाए गए। मंदिर परिसर में वेद परायण, महारुद्राभिषेक और हवन पूजन के उपरांत प्रसाद वितरित किया गया। त्र्यम्बकेश्वर हॉल में गोष्ठी हुई। इस दौरान शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें राम मंदिर और चंद्रयान की झांकी भी दिखी।

श्री काशी विश्वनाथ धाम के विस्तारीकरण और स्वर्णमंडित होने के बाद नव्य और भव्य कॉरिडोर की आभा देखने और काशी पुराधिपति को शीश नवाने के लिए भक्तों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। भक्तों की दो सालों में रिकॉर्ड लगभग 13 करोड़ से अधिक की आमद हुई है। इसमें लगभग 16 हज़ार विदेशी भक्त भी हैं।

काशी विश्वनाथ धाम के दूसरे वर्षगांठ पर शिव बारात समिति की ओर से मैदागिन से चितरंजन पार्क तक शोभायात्रा निकाली गई। समिति के संस्थापक व सचिव दिलीप सिंह ने बताया कि 13 दिसंबर काशी में लोक महोत्सव के रूप मनाया गया। धर्म के साथ विज्ञान के रूप में चंद्रयान-3, नारी सशक्तीकरण के रूप में नारी शक्ति वंदन बिल की झलक भी देखने को मिली।

शोभायात्रा में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। काशी के संत, महात्मा रथ पर बैठ कर शोभायात्रा में शामिल हुए। शोभा यात्रा पर जगह-जगह पुष्प वर्षा की गई। दुनिया भर के सनातनधर्मियों के आकर्षण का केंद्र बन चुके काशी विश्वनाथ धाम के निर्माण की कहानी भी अनोखी है। काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर के लगभग 3 हज़ार वर्ग फुट से, लगभग 5 लाख वर्ग फुट के विशाल क्षेत्र में परिवर्तित होने के बाद 13 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों लोकार्पित हुई थी।

[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]